इन दिनों बेकार लाइफस्टाइल, बाहर का खाना व खाने में फाइबर व अन्य पोषक तत्वों की कमी की वजह से बड़ी संख्या में लोगों को कब्ज की शिकायत हो रही है. इससे छुटकारा पाने के लिए दवाओं से लेकर घरेलू नुस्खे तक अपनाए जाते हैं. हालांकि, बगैर दवाओं और नुस्खों के महज एक आसन के जरिए भी कब्ज को दूर किया जा सकता है. यह आसन है सुप्त वीरासन. सुप्त से तात्पर्य है लेटना या सोना व वीर का मतलब है योद्धाओं की तरह छाती फैलाना. योग प्रशिक्षक कृष्णा प्रिया व निधि इस आसन के बारे में बता रही हैं
ऐसे करें
– घुटने को मोड़कर जमीन पर बैठें. हाथों के पंजों को पैरों के पंजों के नीचे रख लें व मुंह को सामने की ओर करें.
– हाथ की कोहनी जमीन पर टिकाएं व पीठ को पीछे की ओर झुकाकर जमीन पर लेटें. इस दौरान पैर को घुटने से मोड़े रहें.
– हाथों को पीछे की ओर फैला लें. कूल्हे और कंधों के सहारे जमीन पर लेटें व छाती को फैलाने की प्रयास करें.
आयंगर पद्धति से
1- जिन लोगों को पैर मोड़ने में परेशानी हो वे घुटने के पीछे छोटा तकिया रख लें. पीठ के नीचे भी एक तकिया रख लें. हाथ को सिर के ऊपर एक दूसरे से बांध लें.
2- घुटनों के बल बैठें व पीठ के पीछे एक नीचा स्टूल व उस पर तकिया रख लें. तकिये पर पीठ को झुकाएं, गर्दन को स्टूल के पीछे लटकाएं व हाथों को सिर के ऊपर बांध लें.
3- जो लोग बिल्कुल पीछे नहीं झुक पाते हैं वे ऊंची कुर्सी लें व उस पर एक तकिया रख लें. पैर मोड़कर पीछे की ओर झुके व उस तकिये पर कंधे को टिका लें. हाथ को पीछे की ओर फैला लें.
आसन के फायदे
– पेट के रोगों को दूर करने में मदद करता है
– जिन लोगों के पैरों में दर्द है वे इस आसन को प्रतिदिन 10-15 मिनट करें
– खाने के बाद यह आसन करने से कब्ज से राहत मिलती है
– यह आसन पीठ दर्द को दूर करने के साथ ही रक्त संचार में भी सुधार करता है