काम के बदले यौन संबंध बनाने की मांग या कार्य देने के एवज में यौन उत्पीड़न होना बॉलीवुड पर लगा एक ऐसा दाग है जो मिट नहीं सकेगा। अभिनेत्री तब्बू के शब्दों में ये वो क्राइम है जिसे करते तो सभी हैं लेकिन कोई पकड़ा जाता है कोई नहीं पकड़ में आता। हॉलीवुड में लंबे समय से यौन अपराधियों के नाम सामने लाए जा रहे थे व अभिनेत्रियों समेत फिल्म लाइन में कार्य करने वाली अन्य महिलाएं जैसे – लेखिकाएं, मेकअप आर्टिस्ट, मैनेजर अपने साथ हुए यौन उत्पीड़न के अनुभवों को खुल कर साझा कर रहीं थीं। ऐसे में अभिनेत्री तनुश्री दत्ता ने जब नाना पाटेकर के विरूद्ध एक पुराने यौन उत्पीड़न के टकराव को छेड़ा तो बॉलीवुड में भी इस तरह के मामले, जिन्हें डर-संकोच या अन्य कारणों से छिपा लिया गया था सामने आने लगे। फिल्म ‘बाबूमोशाय बंदूकबाज़’ में नवाज़ुद्दीन सिद्दिकी के साथ भूमिका निभा कर चर्चा में आई अभिनेत्री बिदिता बाग बंगाल में किसी पहचान की मोहताज नहीं है।
लेकिन बॉलीवुड में अभी भी उन्हें एक बड़े ब्रेक की तलाश है। शायद यही कारण है कि उन्हें बॉलीवुड का वो स्याह भाग देखना पड़ा जिसके बारे में बात करने से बड़े बड़े लोग कतराते हैं।बॉलीवुड की #MeToo मुहिम की व कैसे एक अभिनेत्री न चाहते हुए भी इस तरह की स्थिति में फंस जाती है।
बंगाल में कभी टॉप मॉडल रही बिदिता बाग को बीते दिनों आपने एक वेब फिल्म ‘द शोले गर्ल’ में देखा होगा। मुंबई में लगभग 10 वर्षों से प्रयत्न कर रहीं बिदिता ने वेब सीरीज़ में अपने एक्टिंग से सभी लोगों को प्रभावित किया था। बिदिता नेहिंदी से खास वार्ता के दौरान अपने साथ घटा एक ऐसा ही अप्रिय वाकया साझा किया। बिदिता ने बताया कि अक्सर आपके जानकार ही आपको धोखा देते हैं।
बिदिता के साथ भी ऐसा ही कुछ घटा। बंगाल से आई बिदिता को एक सहायक निर्देशक ने मुंबई में अपनी शॉर्ट फिल्म में कार्य करने के लिए बुलाया। निर्देशक भी बंगाल से था तो बिदिता को उनके पास जाने में असहजता महसूस नहीं हुई। इस निर्देशक ने बोला कि वो एक शॉर्ट फिल्म में बिदिता को लीड भूमिका देना चाहता है। ये एक एलियन लड़की का भूमिकाहोगा। बिदिता ने बताया कि वो कार्य की तलाश में थी व ऐसे में एक शॉर्ट फिल्म भी उनके लिए जरूरी थी लेकिन इस फिल्म की कोई कहानी तैयार नहीं थी। जब शूटिंग प्रारम्भ हुई तो निर्देशक ने बोला कि वो इसका अंत बाद में सोच लेंगे वैसे कार्य प्रारम्भ करो।
सेट पर निर्देशक अक्सर बिदिता से बहुत ज्यादा अलग तरीका से बात करता। वो उनके करीब आने की प्रयास करता व बाल बनाने के बहाने से बालों में चेहरे पर हाथ लगाता। इस तरह का बर्ताव देखते हुए बिदिता ने इस फिल्म को बीच में ही छोड़ दिया व लंबे समय तक दोनों में कोई बात नहीं हुई।
इसके बाद एक दिन इस निर्देशक ने बिदिता को फोन किया व एक पार्टी में आने को कहा। निर्देशक का दावा था कि पार्टी में कई बड़े निर्देशक आएंगे व बिदिता को यहां जाना चाहिए।बिदिता इस पार्टी में पहुंची तो वहां बड़े बड़े निर्देशक उपस्थित थे व कई लोगों से उनकी मुलाकात भी हुई। लेकिन कुछ देर बाद बिदिता को बुलाने वाले उस निर्देशक ने बिदिता से शराब पीने का अनुरोध किया। बिदिता को वो अपने साथ छोड़ने की बात कह कर आया था ऐसे में वो अकेली ही इस पार्टी में आई थी व इस निर्देशक के पास से उठकर जाना भी उन्हें उचित नहीं लगा। लोगों के बीच में वो कोई सीन नहीं बनाना चाहती थीं क्योंकि कार्य न मिलने से वो परेशान थीं व ऐसा करने पर वो लोगों की नज़रों में गलत ढंग से आ सकती थी।
कुछ देर बाद वो गाड़ी में बैठे व जूहू इलाके में एक छोटे सिनेमा चंदन के पास गाड़ी लगा कर इस निर्देशक ने अपनी सीमाएं पार कर दी। शराब के नशे में इस निर्देशक ने अपने कपड़े खोल दिए व जबरन बिदिता से संबंध बनाने की ज़िद करने लगा। इन दोनों के बीच मारपीट भी हुई व बिदिता ने गाड़ी खोलकर भाग जाने की प्रयास भी की लेकिन गाड़ी को ऑटो लॉक कर दिया गया था। बिदिता ने बताया कि उनके माथे – गर्दन व हाथों पर चोट लगी लेकिन उस निर्देशक का हौसला कम नहीं हुआ।
थोड़ी देर बाद तक जब बिदिता लगातार विरोध करती रही तो निर्देशक ने बोला “देखो तुम इसे कर लो, कुछ समय बाद तुम्हें ये याद भी नहीं रहेगा व अपनी फिल्म में मैं तुम्हे कार्यदूंगा। ”
लंबा विरोध चलने पर निर्देशक ने बिदिता को वहीं अपनी गाड़ी से उतार दिया। बिदिता ने बताया की इस निर्देशक की पत्नी एक प्रसिद्ध टीवी अदाकारा हैं व इनका एक बच्चा भी है।संसार की नज़र में ये निर्देशक एक बेहद शरीफ व परिवार से प्यार करने वाला इंसान है लेकिन असल में उसकी सच्चाई लोगों के सामने आनी चाहिए।
बिदिता ने बोला कि मैं उसका नाम लेकर उसके परिवार के लिए मुसीबत नहीं खड़ी करना चाहती। बड़ी कठिन से उस इंसान की पत्नी अपना घर चला रही है। वो निर्देशक अभी भी अपनी पहली फिल्म बनाने के लिए तरस रहा है व ऐसे में उसकी सज़ा उसे मिल चुकी है। बिदिता के अनुसार बॉलीवुड में कार्य करने वाली या कार्य ढूंढ रही लगभग हर महिला ने इस चीज़ का सामना किया है व बताने के लिए कई कहानियां हैं लेकिन इनका अंत तब होगा जब लोगों को समझ आएगा कि जैसे हम फिल्मों में कार्य मांग रहे हैं ऐसे ही उनके घर से आने वाली स्त्रियों को भी तो कहीं कार्य मांगना पड़ता है।