बच्चा, बड़ा हो या महिला इन दिनों समय से पहले बालों के सफेद होने और बाल झडऩे से कठिनाई है. इसके कई कारण हैं. जिसमें बाजार में मिलने वाले केमिकल युक्त शैंपू और तेलों का अधिक इस्तेमाल व बेकार जीवनशैली शामिल है. समस्या से बचाव के लिए दिनचर्या में सुधार व प्राकृतिक चीजों का इस्तेमाल करना चाहिए. जानते हैं कुछ खास तरीकों के बारे में जो हर आयु में उपयोगी हैं-
आंवले का प्रयोग
विटामिन सी की कमी से बाल संबंधी समस्याएं होती हैं. ऐसे में आंवले का नियमित इस्तेमाल करें. ताजा आंवले को कसकर इसका रस पीने के अतिरिक्त इसे सब्जी बनाकर या मुरब्बे के रूप में खा सकते हैं. आंवला न मिले तो इसका चूर्ण डॉक्टरी सलाह से लें. यह 12 माह पंसारी की दुकान पर मिल जाता है.
सिर की ऑयल मालिश
इन दिनों बालों को खुला रखने का फैशन बढ़ गया है. लड़कियां ऑयल की मालिश नहीं करती हैं. जिससे बालों की जड़ को पोषण नहीं मिलता और बाल झडऩे लगते हैं. यदि दिनभर में चिपचिपे बाल नहीं चाहतीं तो रात के समय नारियल, तिल्ली या सरसों के ऑयल को गुनगुना गर्म कर इससे मालिश करें. प्रातः काल बालों को धो लें.
यह मिलावट मददगार
40 से कम आयु के लोग बालों को नेचुरली काला करने के लिए आंवला, काले तिल और भृंगराज को समान रूप में लेकर कूटें. इसमें चीनी का बूरा मिलाकर 20-20 ग्राम प्रातः कालशाम लें. लेकिन जिन्हें जुकाम है वे पहले इस समस्या को अच्छा करें, उसके बाद ही इसे लें.
नाक में षढ़बिंदु तेल
नाक में षढ़बिंदु व अरूण ऑयल की 4-4 बूंदे डालने से जुकाम से तो राहत मिलती है साथ ही इसकी महक बालों को जड़ से मजबूती देती है. यदि ये ऑयल उपलब्ध न हों तो सरसों या घी को नाक में हल्का सा लगाकर सूंघने से भी लाभ होता है.