बैंक के विरूद्ध मानहानि का मुकदमा
वहीं दूसरी ओर मोहित भारतीय ने चेतावनी दी है कि वह बैंक के विरूद्ध मानहानि का मुकदमा दायर करेंगे. मोहित ने एक लेटर जारी करते हुए बोला है कि वह इस कंपनी में कोई पार्टनर नहीं थे, बल्कि व्यक्तिगत गारंटर थे. उनका बोलना है कि वह बीते दो वर्षों में अपने हिस्से का 76 करोड़ रुपये लौटा चुके हैं. बावजूद इसके बैंक ने उनकी तस्वीर जारी की, जिससे उनकी बहुत ज्यादा बदनामी हुई है.
मोहित ने लेटर जारी करते हुए लिखा है, “बैंक ऑफ बड़ौदा 2014 के इस मुद्दे में लोअर न्यायालय से मुकदमा पराजय चुका है, जो ऑन द रिकॉर्ड है. बैंक ने जिस कंपनी का जिक्र करते हुए मेरी फोटो छापी है, मैं उस कंपनी का प्रमोटर नहीं था, केवल व्यक्तिगत गारंटर था. “मैंने अपने हिस्से की 76 करोड़ रुपये की राशि बीते दो वर्ष में व्यक्तिगत गारंटर के तौर पर चुका दी है. न्यायालय का निर्णय भी मेरे ही पक्ष में आया है. अगर बैंक साबित करता है कि मेरे ऊपर पैसा बकाया है तो मैं पाई पाई चुका दूंगा.”