लोकसभा चुनाव में भाजपा के हाथों मिली करारी पराजय के बाद अब कांग्रेस पार्टी के अंदर ही आरोप-प्रत्यारोप का दौर प्रारम्भ हो गया है। नेता एक-दूसरे पर पराजय का ठीकरा फोड़ने पर लगे हुए हैं। नयी दिल्ली में हरियाणा कांग्रेस पार्टी की मीटिंग में भी कुछ ऐसा ही नजारा देखने को मिला। लोकसभा चुनाव में मिली पराजय की समीक्षा को लेकर नयी दिल्ली में बुधवार को हरियाणा कांग्रेस पार्टी की मीटिंग बुलाई गई थी। मीटिंग में वॉकआउट व धमकी से नाराज अशोक तंवर ने बोला कि अगर सबकुछ समाप्त करना है तो मुझे गोली मार दो। बताया जाता है कि तंवर के इस बयान के बाद बिना किसी नतीजे के ही मीटिंग समाप्त कर दी गई। हरियाणा कांग्रेस पार्टी के नेताओं ने एक अंग्रेजी अखबार को बताया कि जब सभी 10 लोकसभा सीटों पर पराजय के लिए अशोक तंवर को जिम्मेदार ठहाराया गया तो तंवर बहुत ज्यादानाराज हो गए। बताते चलें कि हरियाणा कांग्रेस पार्टी की इस मीटिंग को अधीन नबी आजाद ने बुलाया था। इस समीक्षा मीटिंग में लोकसभा चुनाव में मिली पराजय के साथ ही की जानी थी। मीटिंग की आरंभ में ही लोकसभा चुनाव में मिली पराजय पर चर्चा प्रारम्भ हो गई। नेता एक-दूसरे पर आरोप लगाने लगे, जिसके बाद दशा बेकाबू हो गए। बताया जाता है कि पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के करीबियों ने अशोक तंवर पर निशाना साधना प्रारम्भ कर दिया। नेताओं की बढ़ती तकरार को देखते हुए अधीन नबी आजाद ने वॉकआउट तक कर दिया।
सूत्रों के मुताबिक मीटिंग की आरंभ करते ही अधीन नबी आजाद ने घोषणा की कि संगठन में ऊपर से नीचे तक कई तरह के परिवर्तन किए जाने तय किए गए हैं। बैठक में उपस्थितकुछ नेताओं का बोलना है कि कुछ नेता पहले से बैठक में अशोक तंवर को निशाना बनाने के इरादे से ही आए थे। मीटिंग जैसे ही प्रारम्भ हुई नेताओं ने एक-दूसरे पर आरोप लगाने प्रारम्भ कर दिए। इस बात से नाराज तंवर को इतना गुस्सा आया कि उन्होंने बोला कि अगर सबकुछ समाप्त करना है तो मुझे गोली मार दो।