भारत में हाल ही में लागू हुए ट्रैफिक पेनल्टी व फाइन से सब लोग सकते में हैं. हैदराबाद ट्रैफिक पुलिस ने इसे जस्टीफाई करने के लिए पूरी एक लिस्ट सोशल मीडिया पर साझा की है जिसमें जर्मनी, जापान, होंग-कोंग, UK जैसे अनेकों देशों में लगने वाली फाइन की जानकारी दी है जो भारत से कहीं ज्यादा है.
वैसे इस शेयर किये गये कंटेंट में GDP, एक्सचेंज रेट, देश का विकास, infra expenditure व सभी बेसिक प्रीमाइज की जानकारी गायब है.
अगर आप जर्मनी में गाड़ी चला रहे हो और आपका ब्लड एल्कोहल लेवल 1.1 mg/ml रजिस्टर होता है तो ये क्रिमिनल ऑफेंस है. आपको कोर्ट जाना पड़ेगा. अगर आपकी उम्र 21 साल है और दो सालों से आपके पास ड्राइविंग लाइसेंस है तो legal alcohol limit 0.5 mg/ml की है. 21 साल से कम आयु वालों के लिए लीगल लिमिट 0.0 mg/ml है.
US व UK में लीगल एल्कोहल लिमिट सेम है. प्रति deciliter of blood (g/dL) की BAC (blood alcohol concentration) .08 grams या ज्यादा है तो ये UK की लीगल लिमिट 80 milligrammes of alcohol per 100 millilitres of blood के बराबर है. Utah की BAC limit दिसंबर 2018 में .05 g/dL).3 तक रीवाइज की गई.
भारत में यही ब्लड एल्कोहल लिमिट .03% है जो per 100 ml blood में 30mg है. पहली बार अपराध होने पर कानून में 6 महीने सजा/ Rs 10,000 तक के फाइन का प्रावधान है. दूसरी बार अपराध होने पर 2 years की सजा या Rs 15000 फाइन का प्रावधान है.
UK में आपने अगर लीगल लिमिट से तेज गाड़ी चलाई या शराब पीने के कारण ड्राइविंग के अयोग्य हो तो 3 महीने की सजा या £2,500 का फाइन देना होगा या आपकी ड्राइविंग को बैन भी किया जा सकता है.
जर्मनी में यही फाइन € 500 से € 1500 तक हो सकता है. लम्बे समय के ड्राइविंग बैन व ड्राइविंग लाइसेंस जब्त होने की भी संभावना है. जर्मनी में शराब पीकर गाड़ी चलाने पर Rs 1,18,359 का फाइन आपकी आँखे खोल देगा.
होंग कोंग का अधिकतम ब्लड एल्कोहल लेवल (BAL) 55 mg of alcohol per 100 ml of blood या 0.22 mg एल्कोहल प्रति लीटर ब्रेथ एल्कोहल कंटेंट (BrAC) है. अब फाइन भी सुन लीजिये – अधिकतम HK$25,000 व 3 साल का कारावास. पहली बार अपराध कारित करने पर 3 महीने के लिए ड्राइविंग से अयोग्य घोषित करना. दूसरी बार करने पर या लगातार 10 ड्राइविंग ऑफेंस करने पर 2 साल तक ड्राइविंग को बैन कर दिया जाता है.
भारत में ड्रंक ड्राइविंग चार्जेज अधिकतम Rs 2,29,378 आये हैं जबकि दुर्भाग्य से सबसे ज्यादा सड़क दुर्घटनाएँ यहाँ होती है. 2018 में 1.49 lakh दुर्घटनाएँ दर्ज हुई. भारतीय गवर्नमेंट ने 2019-20 में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना के तहत Rs 3,936.04 की लागत से 7,000-km लंबी रोड बनाने का लक्ष्य निर्धारित किया है.
अलग-अलग देशों में स्पीड लिमिट भिन्न है. UK में car-derived vans up to 2 tonnes max laden weight सहित कार्स व बाइक्स की स्पीड लिमिट 48 kmph है व अधिकतम स्पीड लिमिट 113 kmph है. USA की अलग-अलग स्टेट्स में ये लिमिट्स अलग-अलग है.
जापान में ड्राइविंग लाइसेंस न होने पर एक साल के कारावास या 300,000 yen के फाइन का प्रावधान है.