मध्य प्रदेश में भारी बारिश के चलते लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं. सूबे के कई हिस्सों में गुरुवार शाम से रुक-रुककर बारिश हो रही है. फिलहाल सूबे के लोगों को बारिश से राहत मिलती दिख नहीं रही है. राज्य में अगले 48 घंटे के दौरान मूसलाधार बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. भोपाल स्थित मौसम विभाग ने मध्य प्रदेश के 21 जिलों में भारी बारिश का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
अगले 24 घंटों में उज्जैन, इंदौर, धार, खंडवा, खरगोन, अलीराजपुर, झाबुआ, बड़वानी, बुरहानपुर, नीमच, रतलाम, शाजापुर, देवास, मंदसौर, आगर, राजगढ़, गुना, श्योपुर, हरदा, होशंगाबाद, सीहोर में मूसलाधार बारिश हो सकती है. वहीं, बीते 24 घंटों में मध्य प्रदेश के ज्यादातर हिस्सों में जबरदस्त बारिश रिकॉर्ड की गई है. मौसम विभाग के मुताबिक सबसे ज्यादा बारिश तराना में हुई. तराना में 21 सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई.
इसके अलावा महेश्वर में 19 सेंटीमीटर बारिश रिकॉर्ड की गई. वहीं, झाबुआ में 18 सेंटीमीटर, थांदला और शाहजहांपुर में 17 सेंटीमीटर, धार में 16 सेंटीमीटर, रायसेन और तेंदूखेड़ा में 15 सेंटीमीटर बारिश दर्ज की गई. लगातार हो रही बारिश से मध्य प्रदेश की सभी प्रमुख नदियां उफान पर हैं. शुक्रवार को क्षिप्रा नदी खतरे के निशान से ऊपर बह रही थी.
उज्जैन के रामघाट पर बने कई मंदिर शिप्रा नदी में समा चुके हैं. वहीं प्रदेश की जीवन रेखा कही जाने वाली नर्मदा भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है. बड़वानी में नर्मदा का पानी दो प्रभावित क्षेत्रों में पहुंच गया है, जिसके चलते वहां से लोगों को हटाया गया है. वहीं, बेतवा नदी में उफान के चलते विदिशा-रायसेन का सीधा सड़क संपर्क शुक्रवार को फिर कट गया. पगणेश्वर के पास बेतवा का पानी पुल के ऊपर से बह रहा था, जिसके चलते वहां यातायात को रोकना पड़ा था. वहीं, चंबल नदी में भी तेजी से पानी बढ़ रहा है, जिसके चलते मंदसौर के पास गांधी सागर डैम के गेट कभी भी खोलने पढ़ सकते हैं. उधर, भोपाल के बड़े तालाब के जल स्तर में भी तेजी से बढ़ोतरी हो रही है और अगले 48 घंटे में भदभदा डैम के गेट भी खोले जा सकते हैं.