PM Narendra Modi की प्रतिनिधित्व वाली Modi 2.0 के सामने सबसे बड़ी चुनौती ऑटो सेक्टर में जारी उठा पटक को स्थिर करना है. ऐसे में केंद्रीय वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण (Finance Minister Nirmala Sitaraman) ने शुक्रवार को कई बड़े फैसलों की घोषणाएं की हैं, जिनसे माना जा रहा कि आने वाले समय में ऑटो इंडस्ट्री के दशा तेजी से सुधरेंगे. दरअसल इस वर्ष की आरंभ से ही ऑटो सेक्टर में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. ऐसे में अब नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) सरकार ने एक साथ पांच बड़े कदम उठाए हैं. तो डालते हैं इन 5 बड़े फैसलों पर एक नजर जो Auto Industry के लिए संजीवनी का कार्य कर सकते हैं.
गाड़ियों की खरीद से हटेगा बैन
मौजूदा समय में कोई भी सरकारी विभाग नए वाहन को नहीं खरीद सकते. नरेन्द्र मोदी सरकार की तरफ से इस प्रतिबंध को हटाया जाएगा. इससे गाड़ियों की बिक्री बढ़ेगी जिसका सीधा प्रभाव ऑटो सेक्टर की स्वास्थ्य पर पड़ेगा.
गाड़ियों की इस तरह बढ़ेगी बिक्री
निर्मला सीतारमण ने बताया कि सरकार सभी वाहनों पर 15 फीसद डिप्रिशिएशन को बढ़ाकर 30 फीसद तक करेगी. सरल भाषा में समझें तो मान लीजिए कि आपने 100 रुपये की मूल्य वाली गाड़ी खरीदी, तो एक वर्ष बाद जहां इसकी मूल्य में 15% की गिरावट आती थी वहीं, अब इसकी मूल्य में 30 फीसद की गिरावट आएगी. इससे ग्राहक पुरानी गाड़ियों को पहले के मुकाबले कम समय में ही बदलेंगे जिससे बिक्री बढ़ेगी.
BS-4 वाहनों का पूरी अवधि के लिए होगा रजिस्ट्रेशन
31 मार्च 2020 तक अगर आप किसी भी BS-4 इंजन वाले वाहन को खरीदते तो अब आपका रजिस्ट्रेशन पूरी अवधि के लिए मान्य होगा. दरअसल अभी तक माना जा रहा था कि 2020 के बाद BS-4 इंजन वाले वाहनों को चलाना अवैध हो जाएगा. बता दें कि 1 अप्रैल 2020 से केवल BS-6 इंजन वाले वाहनों की बिक्री होगी.
नहीं बढ़ेगी रजिस्ट्रेशन फीस
मोदी सरकार रजिस्ट्रेशन फीस को बढ़ाने वाले प्रस्तावों को वापस लेगी. इससे वाहन खरीदने वाले ग्राहकों को राहत मिलेगी, क्योंकि अब उन्हें रजिस्ट्रेशन के लिए कम पैसे देने होंगे.
इलेक्ट्रिक वाहनों के साथ ICV को मिलेगा बढ़ावा
भारत सरकार ने हाल ही में इलेक्ट्रिक वाहनों को बढ़ावा देने के लिए कई बड़े कदम उठाए हैं. इनमें इलेक्ट्रिक वाहनों पर 12 फीसद की जीएसटी घटाकर 5% करना शामिल है. ऐसे में अब सरकार इंटरमीडिएट कॉमर्शियल व्हीकल को बढ़ावा देने के लिए इंफ्रास्ट्रक्चर को व मजबूत करेगी.