लोकसभा चुनाव में मिली करारी शिकस्त के बाद कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी अपना पद छोड़ने पर अड़े हुए हैं. जिसकी वजह से पार्टी में अध्यक्ष पद को लेकर सस्पेंस जारी है. यदि राहुल अपना निर्णय नहीं बदलते हैं तो पार्टी वैकल्पिक उपाय अपनाते हुए एक अतंरिम अध्यक्ष की नियुक्ति कर सकती है. माना जा रहा है कि पार्टी किसी वरिष्ठ नेता को अंतरिम अध्यक्ष बना सकती है. जो सामूहिक फैसला लेने के लिए नेताओं के एक कॉलेजियम की अध्यक्षता करेगा.सूत्रों का बोलना है कि कांग्रेस पार्टी के वरिष्ठ नेता एके एंटोनी पार्टी के मुखिया राहुल गांधी से मुलाकात करेंगे व लोकसभा चुनाव नतीजों में कांग्रेस पार्टी को मिली 52 सीटों के साथ ही पार्टी की मौजूदा स्थिति पर चर्चा करेंगे. राहुल गांधी को अपने निर्णय पर पुनर्विचार करने के लिए मनाने की कोशिशों पर एक वरिष्ठ नेता ने कहा, ‘अभी तक कोई प्रगति नहीं हुई है.‘
यदि राहुल गांधी अध्यक्ष पद पर बने रहने के लिए मान जाते हैं तो पार्टी में बड़े परिवर्तन करने की आवश्यकता नहीं होगी. सूत्रों का बोलना है कि आने वाले दिनों में अंतिम फैसला आ जाएगा. सबसे महत्वपूर्ण अगले सप्ताह तक पार्टी इसका निर्णय कर लेगी कि लोकसभा में उसका अगुवाई कौन करेगा. राहुल ने कांग्रेस पार्टी कार्यसमिति की मीटिंग में अपने इस्तीफे की पेशकश की थी व वह अध्यक्षता छोड़ने पर अड़े हुए हैं. इसके बाद ही अंतरिम अध्यक्ष व कॉलेजियम निर्माण की अटकलें प्रारम्भ हुईं.
17 जून से संसद सत्र की आरंभ हो रही है. ऐसे में राहुल गांधी पर निचले सदन में कांग्रेस पार्टी नेता का पद संभालने का दबाव है. 16वीं लोकसभा में इस पद पर मल्लिकार्जुन खड़गे की नियुक्ति हुई थी. हालांकि वह चुनाव पराजय गए हैं इसी कारण यह पद खाली पड़ा है. माना जा रहा है कि इसके लिए राहुल के नाम का औपचारिक एलान होने कि सम्भावना है. सूत्रों का बोलना है कि पिछले 15 दिनों से कई वरिष्ठ नेता राहुल से मिलने का इंतजार कर रहे हैं लेकिन उन्होंने किसी को भी समय नहीं दिया.