भारतीय जनता पार्टी के नवनियुक्त प्रदेश अध्यक्ष एवं परिवहन राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्वतंत्र देव सिंह ने सोनभद्र मामलें में कांग्रेस पर सियासत करने का आरोप लगाया। उन्होंने प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद शनिवार को अपनी पहली प्रेस कान्फ्रेंस में कहा कि कांग्रेस के कुकर्म के कारण ये घटना हुई।
प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि इस घटना में सरकार ने त्वरित कार्रवाई की। जो भी दोषी थे, उन सभी की गिरफ्तारी कर ली गई है। इसके साथ ही लापरवाह अधिकारियों को निलंबित किया गया है। इसके बाद कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने धरने पर बैठ कर नाटक किया। वह घड़ियाली आंसू बहा रही हैं। प्रियंका गांधी का कृत्य गरीबों की पीड़ा पर राजनीतिक रोटियां सेंकने जैसा है।
स्वतंत्र देव सिंह ने कहा कि कांग्रेस जब भी सत्ता में रही है। मौत व भ्रष्टाचार पर नंगा नाच करती रही है। इसी नीति के तहत प्रियंका वाड्रा धरने पर बैठने का नाटक कर रही हैं। लाशों पर राजनीति करना कांग्रेस का पुराना ड्रामा रहा है। पीड़ित परिवार के लोगों से उनकी मुलाकात भी करा दी गई। आगे की जांच में भी जो दोषी पाया जायेगा, सरकार उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई करेगी।
उन्होंने एक सवाल के जवाब में कहा कि प्रदेश सरकार ने इस मामले में कोई विलम्ब नहीं किया। कांग्रेस के नेता सिर्फ माहौल बिगाड़ना चाह रहे हैं। गरीबों के दु:ख पर राजनीति करने से कांग्रेस को परहेज करना चाहिए।
गौरतलब है कि सोनभद्र नरसंहार में प्रदेश सरकार ने लापरवाही पर एसडीएम, सीओ एवं इंसपेक्टर सहित पांच लोगों को निलंबित किया है। मुख्यमंत्री ने शुक्रवार को विधानसभा में कहा कि एडीजी वाराणसी जोन व मंडलायुक्त मिर्जापुर की जांच समिति की रिपोर्ट पर शासन ने त्वरित कार्रवाई की है। समिति की जांच रिपोर्ट में पाया गया है कि सीआरपीसी की धारा-145 के तहत कार्रवाई करने के लिए एसडीएम घोरावल रिपोर्ट काफी दिनों तक दबाए रहे। इसी तरह सीओ घोरावल के अलावा इंस्पेक्टर घोरावल ने भी लापरवाही बरती। घोरावल थाने के बीट सब-इंस्पेक्टर और सिपाही ने भी उचित कार्रवाई नहीं की। इसलिए एसडीएम, सीओ, इंस्पेक्टर, एसआई व बीट इंचार्ज को निलंबित किया गया है।
मामले में अपर मुख्य सचिव राजस्व की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय जांच समिति गठित की गई है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रिपोर्ट आने पर अन्य दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई करने की भी बात कही है।