गत उपविजेता भारत की पी.वी. सिंधू ने शानदार वापसी करते हुए दूसरी सीड ताइपे की ताई की ताई जू यिंग को शुक्रवार को मैराथन संघर्ष में 12-21, 23-21, 21-19 से हराकर विश्व बैडमिंटन प्रतियोगिता के सैमीफाइनल में प्रवेश करने के साथ ही अपना 5वां पदक पक्का कर लिया। जबकि बी. साई प्रणीत ने पुरुष एकल के सेमीफाइनल में जगह बनाकर इस टूर्नामेंट में अपना पहला पदक पक्का कर लिया।
16वीं सीड प्रणीत ने शानदार प्रदर्शन करते हुए चौथी सीड इंडोनेशिया के जोनाथन क्रिस्टी को लगातार गेमों में 51 मिनट में 24-22, 21-14 से हराकर सेमीफाइनल में पहुंचते ही इतिहास बना दिया। प्रणीत के लिए टूर्नामेंट में पदक पक्का हो गया है और वह विश्व बैडमिंटन चैम्पियनशिप के इतिहास में महान प्रकाश पादुकोण के 1983 में कांस्य पदक जीतने के 36 साल बाद इस प्रतियोगिता में पदक जीतने वाले पहले पुरुष भारतीय खिलाड़ी बनेंगे।
5वी वरीयता प्राप्त सिंधू ने विश्व की दूसरे नंबर की खिलाड़ी जू यिंग से यह मुकाबला एक घंटे 11 मिनट में जीता। सिंधू ने इस तरह लगातार तीसरे साल और कुल 5वीं बार विश्व चैम्पियनशिप के सेमीफाइनल में जगह बनाई। भारतीय खिलाड़ी 2017 और 2018 में रजत पदक तथा 2013 और 2014 में कांस्य पदक जीत चुकी हैं। पिछले 8 महीने से एक अदद खिताब की तलाश में लगी सिंधू के लिए सैमीफाइनल में पहुंचना एक बड़ी खुशी है।
सिंधू ने पिछले साल के आखिर में वल्र्ड टूर फाइनल्स में खिताब जीता था और वह उसके बाद अपने पहले खिताब की तलाश में है। उन्होंने लगातार तीसरे साल विश्व चैंम्पियनशिप के सेमीफाइनल में जगह बनाकर पदक की हैट्रिक भी पूरी कर ली है। सिंधू के लिए यह मुकाबला रोमांचक उतार-चढ़ाव से भरपूर रहा। सिंधू ने पहला गेम आसानी से हारने के बाद जिस तरह वापसी की वह निश्चित रूप से काबिले तारीफ है। इस जीत के साथ सिंधू का जू यिंग के खिलाफ 5-11 का करियर रिकॉर्ड हो गया है। सिंधू ने वर्ल्ड टूर फाइनल्स में भी जू यिंग को हराया था और उससे पहले तक सिंधू ने ताइपे की खिलाड़ी से लगातार 6 मुकाबले गंवाए थे।
भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी साइना नेहवाल ने बी.डब्ल्यू.एफ. विश्व चैम्पियनशिप के प्री-क्वार्टर फाइनल में डेनमार्क की मिया ब्लिचफेल्ट से हारने के बाद अंपायरिंग के स्तर पर निशाना साधते हुए इसे ‘बेहद ही खराब’ करार दिया। मैच के दौरान आम तौर पर कोर्ट के बाहर बैठने वाले उनके पति और भारतीय खिलाड़ी परूपल्ली कश्यप ने भी इस करीबी हार के बाद अंपायरिंग पर निराशा व्यक्त की।
लंदन ओलिम्पिक की कांस्य पदक विजेता साइना ने ट्वीट किया, ‘‘मुझे अब भी विश्वास नहीं हो रहा है दूसरे गेम में अंपायर ने 2 बार मैच प्वाइंट को मेरे हक में नहीं दिया। दूसरे गेम के बीच में अंपायर ने मुझ से कहा, ‘‘लाइन अंपायर को अपना काम करने दें’ और यह मेरी समझ से परे है कि अंपायर मैच प्वाइंट के फैसले को कैसे पलट सकते हैं। बेहद ही खराब।’’ साइना का मुकाबला जिस कोर्ट पर खेला जा रहा था वहां लाइव स्ट्रीमिंग की सुविधा नहीं थी।
ऐसे में वीडियो रैफरल का विकल्प नहीं था। राष्ट्रमंडल खेलों (2014) के चैम्पियन कश्यप ने ट्विटर पर लिखा, ‘‘खराब अंपायरिंग के कारण 2 मैच प्वाइंट छीन लिए गए और कई गलत फैसले दिए गए।