लखनऊ। व्यापारी स्वाभिमान जागरूकता एवं संकल्प अभियान के तहत प्रदेश भर में बाजारों में पैदल मार्च, गोष्ठियो, छोटे-छोटे सम्मेलनों, मशाल जुलूस, वाहन रैली, वेबिनारो के माध्यम से व्यापारियों को जाति- धर्म की सोच से ऊपर उठकर व्यापारी सोच के साथ 2022 के उत्तर प्रदेश के चुनाव में वोट देने के लिए प्रेरित किया जाएगा।
उत्तर प्रदेश आदर्श व्यापार मंडल ने अपने 17वे स्थापना दिवस 24 अगस्त के अवसर पर राजधानी लखनऊ से “व्यापारी स्वाभिमान जागरूकता एवं संकल्प अभियान” का आगाज करने का निर्णय लिया है। संगठन अध्यक्ष संजय गुप्ता का कहना है कि व्यापारी देश और प्रदेश की सरकारों को चलाने की सबसे सशक्त आर्थिक धुरी हैं। किंतु इसके बावजूद व्यापारियों से संबंधित नीति एवं नियम बनाते समय उनकी उपेक्षा की जाती है तथा व्यापारियों को जो महत्व मिलना चाहिए वह नहीं मिलता। उन्होंने कहा कि इसका मुख्य कारण यह है कि व्यापारी भी राजनैतिक दलों की जाति धर्म में बांटने की सुनियोजित साजिश का शिकार हो जाता है तथा वोट देते समय बनिया, ब्राह्मण, यादव, दलित, मुस्लिम, पंजाबी, सिख के रूप में वोट देता है।
उन्होंने कहा व्यापारी वह वर्ग है जिसमें सभी जाति धर्म के लोग शामिल है तथा व्यापारी से बड़ा वोट बैंक कोई नहीं है उन्होंने कहा, यदि व्यापारी वर्ग जाति धर्म की सोच से ऊपर उठकर व्यापारी बनकर वोट दें तो किसी भी सरकार की हिम्मत व्यापारियों की अनदेखी करने की नहीं होगी। व्यापारी नेता संजय गुप्ता ने बताया व्यापारियों की समस्याओं का समाधान करने का सबसे मजबूत कदम अपने आप को मजबूत वोट बैंक के रूप में स्थापित करना है। इस बार आदर्श व्यापार मंडल ने निर्णय लिया है कि पूरे प्रदेश में व्यापारियों को जाति धर्म की भावनाओं से ऊपर उठकर व्यापारी के रूप में 2022 के चुनाव में वोट देने के लिए जागरूक करेगा। इस अभियान की शुरुआत 24 अगस्त से होगी।