नई दिल्ली में विदेश मंत्रालय ने भारत और सिंगापुर के बीच विदेश कार्यालय परामर्श के 17वें सत्र का आयोजन किया गया। विदेश कार्यालय परामर्श के 17वें दौर में मजबूत द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा की।
विदेश कार्यालय परामर्श की सह-अध्यक्षता विदेश मंत्रालय के सचिव (पूर्व), सौरभ कुमार और अन्य मंत्रियों द्वारा की गई। दोनों पक्षों ने इस वर्ष हुई मजबूत राजनीतिक व्यस्तताओं पर प्रसन्नता व्यक्त की क्योंकि भारत ने विभिन्न स्थानों पर जी20 बैठकों के लिए सिंगापुर के कई मंत्रियों की मेजबानी की गयी थी।
इसके अलावा दोनों पक्षों ने व्यापार और निवेश, रक्षा और सुरक्षा, फिनटेक, डिजिटलीकरण, हरित ऊर्जा, कौशल विकास और लोगों से लोगों के संबंधों जैसे चल रहे सहयोग के क्षेत्रों पर चर्चा की गयी। दोनों देशों ने सितंबर 2022 में भारत-सिंगापुर मंत्रिस्तरीय गोलमेज (आईएसएमआर) की पहली बैठक के दौरान उजागर किए गए कुछ विकास बिंदुओं पर हुई प्रगति पर भी चर्चा की जो अगले संस्करण की प्रतीक्षा कर रहे थे।
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विदेश मंत्रालय की विज्ञप्ति के अनुसार दोनों पक्षों ने साझा हित के क्षेत्रीय, वैश्विक और बहुपक्षीय मुद्दों पर भी चर्चा की। भारतीय पक्ष ने इस साल जून की शुरुआत में अंतर्राष्ट्रीय सौर गठबंधन में शामिल होने के लिए सिंगापुर की सराहना की और जी20 नेताओं के शिखर सम्मेलन में लॉन्च किए गए ‘ग्लोबल बायोफ्यूल्स एलायंस’ में शामिल होने के लिए सिंगापुर को धन्यवाद दिया। साथ ही दोनों पक्ष पारस्परिक रूप से सुविधाजनक तारीख पर सिंगापुर में एफओसी का अगला दौर आयोजित करने पर सहमत हुए।
रिपोर्ट-शाश्वत तिवारी