मकान में आग लगने एक युवक जिंदा जल गया। लेकिन उसके जलने का पता आग बुझाने के बाद चला। पुलिस थाना भवारना के तहत पंचायत बड़घवार के वार्ड नंबर पांच में यह दर्दनाक हादसा हुआ। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और शव का पोस्टमार्टम करवाकर उसे परिजनों के हवाले कर दिया।
जानकारी के मुताबिक शुक्रवार रात लगभग 11:45 बजे वार्ड नंबर 5 की मंजू बाला ने प्रधान सोनिया बंटा को फोन पर सूचना दी कि उसके मकान के साथ लगते स्लेटपोश मकान में आग लग गई है। इसके बाद प्रधान ने पुलिस को सूचित किया। कड़ी मशक्कत के बाद फायर ब्रिगेड के कर्मियों और स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पाया गया। घर के अंदर रहने वाले दोनों भाइयों में से एक बंटू कुमार आग लगने से पहले घर के बाहर ही था। वह मानसिक रूप से थोड़ा बीमार चल रहा है। उसके शोर मचाने पर गांव वाले इकट्ठे हुए और पुलिस व प्रशासन के साथ आग बुझाने में मदद करने लगे। लेकिन छोटे भाई की ओर किसी का ध्यान नहीं गया। सब यही सोच रहे थे कि छोटा भाई भी आग लगने के बाद घर से बाहर निकल गया होगा।
लोगों ने आसपास के घरों में जाकर भी छोटे भाई को ढूंढने की कोशिश की, लेकिन वह कहीं नहीं मिला। इसके बाद लोगों को शक हुआ कि कहीं वह मकान के अंदर ही न हो। आग बुझाने के बाद पुलिस और फायर ब्रिगेड के कर्मियों ने कच्चे मकान की दूसरी मंजिल का नीचे गिरा मलबा हटाया तो संजू का शव अधजली हालत में मिला। संजू (29) अपने भाई बंटू (31) के साथ रहता था। जबकि उसकी मां रूमला देवी अपने मायके में रहती थी। प्रारंभिक जांच में आग लगने का कारण मकान की दूसरी मंजिल में जल रहे चूल्हे को माना जा रहा है। हालांकि, जांच के बाद ही स्थिति स्पष्ट होगी। मामले की पुष्टि एसएचओ केहर सिंह ने की है।