चेन्नई। श्रीलंका की जेल से रिहा किए गए 41 भारतीय मछुआरों की बुधवार को घर वापसी हुई है। इन मछुआरों को सितंबर में कच्चातीवु के पास भारतीय जल क्षेत्र के पार मछली पकड़ने की गतिविधियों में कथित रूप से शामिल होने के आरोप में गिरफ्तार किया गया था।
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हालांकि कोलंबो स्थित भारतीय उच्चायोग के सहयोग से मछुआरों की शीघ्र घर वापसी सुनिश्चित हो सकी और वह आखिरकार चेन्नई एयरपोर्ट पर पहुंचे। इस समूह में से 35 तमिलनाडु के रामनाथपुरम जिले से हैं। पिछले एक महीने के दौरान ऐसे कई मछुआरों के समूह श्रीलंकाई जेल से रिहा हुए हैं।
16 जनवरी को श्रीलंका द्वारा कथित रूप से अपनी समुद्री सीमा पार करने के लिए हिरासत में लिए गए 15 मछुआरों के एक अन्य समूह को भी रिहा कर वापस भेजा गया था। चेन्नई एयरपोर्ट पर उनके पहुंचने पर, तमिलनाडु मत्स्य विभाग के अधिकारियों ने उन्हें उनके संबंधित गृहनगरों में वापस भेजने में मदद की। इस समूह में तीन मछुआरे रामेश्वरम, जबकि शेष 12 नागपट्टिनम से हैं।
पिछले कुछ महीनों के दौरान खासकर श्रीलंका और बांग्लादेश के पास, अनजाने में अंतरराष्ट्रीय समुद्री सीमाओं को पार करने के आरोप में भारतीय मछुआरों को हिरासत में लिया गया है। हिरासत में लिए गए मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित करने और उनकी आजीविका की रक्षा करने के लिए केंद्र सरकार और भारतीय उच्चायोग श्रीलंकाई अधिकारियों के साथ सक्रिय रूप से बातचीत कर रहे हैं।
विदेश मंत्रालय ने इस चल रही चुनौती से निपटने और अंतरराष्ट्रीय जल सीमा के पास अपनी आजीविका के लिए जाने वाले मछुआरों की सुरक्षा और कल्याण सुनिश्चित करने के लिए पड़ोसी देशों के बीच निरंतर कूटनीतिक प्रयासों के महत्व पर जोर दिया है।
रिपोर्ट-शाश्वत तिवारी