अयोध्या के संत समाज के लोगों ने राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के गठन के बाद इसका विरोध शुरू कर दिया हैं। राम जन्मभूमि न्यास के अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास ने आरोप लगाया है कि अयोध्यावासी संत-महंतों का ट्रस्ट के माध्यम से अपमान किया गया हैं। उन्होंने कहा कि जिन्होंने राम मंदिर निर्माण के लिए अपना पूरा जीवन कुर्बान कर दिया, उनका इस ट्रस्ट में कहीं कोई नामो-निशान तक नहीं हैं।
जबकि, ट्रस्ट में शामिल हुए अयोध्या राजपरिवार के विमलेश मोहन प्रताप मिश्रा को उन्होंने राजनीतिक व्यक्ति बताया। उन्होंने कहा कि ये तो बीएसपी के टिकट पर चुनाव लड़ चुके हैं। इनका राम जन्म भूमि से कोई लेना-देना नहीं हैं। ऐसे लोगों को क्यों राम जन्मभूमि ट्रस्ट में जगह दी गई हैं?
बता दे कि अब इस मामले को लेकर अयोध्या के संतों ने आज दोपहर तीन बजे अहम बैठक बुलाई हैं। यह बैठक महंत नृत्य गोपाल दास की आवास मणिराम राम दास छावनी में होनी हैं। महंत नृत्य गोपाल दास के नेतृत्व में होने वाली इस बैठक में अयोध्या के संत आगे की रणनीति पर चर्चा करेंगे। कहा जा रहा है कि पूरे देश के संत फोन कर इस बैठक के लिए बुलाया गया हैं। नाराज संत महंत सुरेश दास ने कहा कि सरकार ने संतो का अपमान किया हैं। हम बैठक में आगे की कार्यवाही करेंगे। अगर जरूरत हुई तो आंदोलन होगा।