दिल्ली विधानसभा चुनाव के ठीक एक दिन पहले शुक्रवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने कनॉट प्लेस स्थित प्रसिद्ध हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना की। केजरीवाल का हनुमान मंदिर जाना वामपंथियों को रास नहीं आया और केजरीवाल को सेकुलर श्रेणी से बाहर का रास्ता दिखा दिया। इस बात का खुलासा पूर्व आप नेता और पत्रकार आशुतोष ( गुप्ता ) ने किया है।
आशुतोष ने ट्वीट में लिखा – केजरीवाल हनुमान मंदिर जायेंगे तो सेकुलर नहीं रह जायेंगे, ये तर्क हमारे कुछ वामपंथी लिबरल साथी दे रहे हैं। आशुतोष ने कहा, वामपंथियों की धर्म विहीन सेकुलरिज्म की परिभाषा मेरे कभी समझ में नहीं है. इन लोगों ( वामपंथियों ) की नज़र में फिर गांधी जी भी सेकुलर नहीं थे?
बता दें की दिल्ली के मौजूदा मुख्यमंत्री और आप मुखिया अरविन्द केजरीवाल शुक्रवार को अपनी पत्नी सुनीता केजरीवाल के साथ हनुमान मंदिर में पूजा-अर्चना की और जीत का आशीर्वाद माँगा।
केजरीवाल ने ट्विटर पर लिखा- CP के प्राचीन हनुमान मंदिर जाकर हनुमान जी का आशीर्वाद लिया। देश और दिल्ली की तरक़्क़ी के लिए प्रार्थना की। भगवान जी ने कहा – ‘अच्छा काम कर रहे हो। इसी तरह लोगों की सेवा करते रहो। फल मुझ पर छोड़ दो। सब अच्छा होगा।’ बता दें की दिल्ली में 8 फ़रवरी को चुनाव हैं, 11 फ़रवरी को नतीजे आयेंगें।