तंबाकू के खतरे से निपटने के लिए कटक पुलिस को संवेदनशील किया गया और 4 मार्च, 2020 को सिगरेट एवं अन्य तंबाकू उत्पाद कानून (कोटपा) को लागू करने पर प्रशिक्षित किया गया। कटक के पुलिस अधीक्षक राधा बिनोद पाणिग्राही ने अलमेलू चैरिटेबल फाउंडेशन के गठबंधन और टाटा ट्रस्ट एवं संबंध हेल्थ फाउंडेशन (एसएचएफ) के सहयोग से कोटपा पर एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया। सभी एसएचओ ने इस प्रशिक्षण में हिस्सा लिया।
उल्लेखनीय है कि कोटपा के तहत सार्वजनिक स्थानों पर धूम्रपान, प्रत्यक्ष या परोक्ष विज्ञापन और संवर्धन, नाबालिगों को या उनके द्वारा बिक्री पर रोक है और इस कानून को लागू करने से तंबाकू के खतरे में कमी लाने कम करने में मदद मिलेगी। पुलिस की भूमिका कई जिंदगियों को खासकर युवाओं को इसके खतरे से बचाने की होगी।
पुलिस अधीक्षक श्री राधा बिनोद पाणिग्राही ने कहा, “ओड़िशा में हर साल 46,000 लोगों की जान लेने वाला यह उत्पाद मानवता के लिए एक अपराध है। हम इस जिले में कोटपा का प्रभावी क्रियान्वयन सुनिश्चित करेंगे। एसएचएफ द्वारा आज दिए गए प्रशिक्षण से हमें इस समस्या की गहराई समझने में मदद मिली है। युवाओं को ऐसी घातक लतों से बचाना बहुत ही महत्वपूर्ण है।”
कलिंग हास्पिटल के कैंसर सर्जन और वॉयस ऑफ टोबैको विक्टिम्स के संरक्षक डाक्टर दिलीप कर ने कहा, “यह सराहनीय बात है कि पुलिस ने कोटपा को लागू करने की प्रतिबद्धता आज व्यक्त की है। इन उत्पादों तक युवाओं की पहुंच रोकी जानी आवश्यक है और जब ये एक शैक्षणिक संस्थान के 100 यार्ड के दायरे के भीतर बेचे जाते हैं तो कानूनी तौर पर दंड देकर हम एक अहम भूमिका निभा सकते हैं। मैं खुद एक कैंसर सर्जन हूं और तंबाकू की वजह से परिवारों को तबाह होते देखा है। इन सभी को रोका जा सकता है क्योंकि सभी तरह के कैंसर में 50 प्रतिशत और मुंह के 90 प्रतिशत कैंसर का कारण तंबाकू है।”
ओड़िशा में 1.5 करोड़ लोग तंबाकू का सेवन करते हैं और तंबाकू के उपयोग से हर साल अनुमानित तौर पर 46,000 लोग मरते हैं। ग्लोबल एडल्ट टोबैको सर्वे (जीएटीएस) 2016-17 के मुताबिक, ओड़िशा में 45.6 प्रतिशत आबादी (15 वर्ष से ऊपर के लोग) किसी न किसी रूप में तंबाकू का सेवन करती है। इनमें से 7 प्रतिशत सिगरेट, बीड़ी पीते हैं और 42.9 (1.4 करोड़) धुंआरहित तंबाकू का उपयोग करते हैं।
इस दौरान सभी पुलिस अधिकारियेां को अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक ने भी केाटपा पर जानकारी दी। टाटा ट्रस्ट द्वारा समर्थित एसीएफ से डाक्टर असिम पधान और संबंध हेल्थ फाउंडेशन से प्रमोद कुमार इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में उपस्थित थे।