जिम्बाब्वे में पिछले 37 साल से सत्ता पर काबिज मुगाबे प्रेसिडेंट बने रहने की जिद पर अभी भी अड़े हुए हैं,उन्होंने इसके लिए साफ संकेत दिए हैं कि वो किसी भी कीमत पर कुर्सी छोड़ने के पक्ष में नहीं हैं। नजरबंद किये जाने के बाद से ही मुगाबे समेत देश के अन्य बड़े नेताओं और सेना के चीफ कॉन्सटेन्टीनो चिवेंगा के बीच लगातार बैठकों का क्रम जारी है। कयास यही लगाए जा रहे हैं कि सभी पक्ष मुगाबे को पद से हटाने पर अपनी सहमति जता चुके हैं। सेना चाहती है कि मुगाबे चुपचाप सत्ता से हट जाए और उप राष्ट्रपति एमरसन मांगागवा को सत्ता की कमान सौंप दे।
उधर अफ्रीकी मामलों के अमेरिकी सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड यामामोटो ने इस बात को पूरी तरह खारिज किया है कि रॉबर्ट मुगाबे अब सत्ता में किसी भी पद पर रह सकते हैं। उन्होंने कहा कि अगर दूसरे रूप में देखा जाये तो “यह जिम्बाब्वे के लिए एक नए दौर की शुरुआत है जिसकी हम सभी उम्मीद कर रहे हैं।”