लखनऊ। लाॅकडाउन के दौरान कोरोना से प्रभावित लोगों की मदद हेतु सिटी मोन्टेसरी स्कूल ने जिला प्रशासन को 50 लाख रूपयों का योगदान दिया है जिससे प्रभावित लोगों तक राहत पहुचाने में प्रशासन को सहूलियत मिल सके। सीएमएस. के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी हरि ओम शर्मा ने बताया कि सीएमएस. प्रेसीडेन्ट प्रो. गीता गाँधी किंगडन ने आज सीएमएस के सभी शिक्षकों-कार्यकर्ताओं एवं मैनेेजमेन्ट की ओर से कोरोना राहत कार्यों हेतु नगर आयुक्त डा. इन्द्रमणि त्रिपाठी को उनके कार्यालय में जाकर 50 लाख रूपयों का चेक भेंट किया।
सीएमएस द्वारा इस धनराशि को प्रशासन की ‘जनता रसोईघर’ के उपयोग हेतु प्रदान किया गया है, जिसमें प्रतिदिन लगभग 50,000 जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन तैयार किया जा रहा है। विदित हो कि नगर निगम द्वारा शहर भर में 9 जनता रसोईघरों की स्थापना की गई है। 50 लाख रूपयों की इस धनराशि में सी.एम.एस. के लगभग 3000 शिक्षकों व कार्यकर्ताओं ने एक दिन के वेतन स्वरूप 35 लाख रूपयों का योगदान दिया, जिसमें सीएमएस मैनेेजमेन्ट ने 15 लाख रूपये जोड़कर कुल 50 लाख रुपये की धनराशि कोरोना से प्रभावित लोगों की मदद हेतु प्रदान की है।
शर्मा ने बताया कि इसके अलावा भी सीएमएस सभी संभव तरीकों से लगातार कोरोना प्रभावित लोगों की मदद हेतु लगातार प्रयास कर रहा है। इसी कड़ी में, सीएमएस ने जनेश्वर मिश्र पार्क में स्थापित लखनऊ विकास प्राधिकरण की रसोई में 10,000 किलोग्राम राशन सामग्री की आपूर्ति की है, जिसमें 5000 किलोग्राम गेहूं का आटा, 2500 किलोग्राम चावल, 1500 किलोग्राम दाल, 550 किलोग्राम आलू और 150 किलोग्राम घी शामिल है। एलडीए की इस सामुदायिक रसोई में बेघर और जरूरतमंद लोगों के लिए भोजन तैयार किया जा रहा है, जिसका संचालन एलडीए की संयुक्त सचिव रितु सुहास कर रही हैं।
इसके अलावा, पुलिस कमिश्नर सुजीत पाण्डेय के अनुरोध पर सीएमएस ने एक बार 40 बसें एवं दूसरी बार 20 बसे मय ड्राइवर व कंडक्टर के कोरोना प्रभावित लोगों की मदद हेतु दी थी, जिसने पाण्डेय के नेतृत्व में प्रभावित लोगों को उनके गन्तव्य तक पहुचाने में मदद की।
इसके साथ ही, सीएमएस ने यूपी प्राइवेट स्कूल एसोसिएशन (यू.पी.एस.ए.) के माध्यम से जिला प्रशासन को रू. 1,80,000 (एक लाख अस्सी हजार रूपये मात्र) की आर्थिक सहायता कोरोना राहत कार्यों हेतु प्रदान किया है। शर्मा ने बताया कि सामाजिक कार्यों में सीएमएस सदैव ही बढ़चढ़कर अपनी जिम्मेदारी निभाता रहा है और इस कठिन समय में भी अपने सामाजिक दायित्वों से कदापि पीछे नहीं है।