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अगर आप भी लगातार एक ही जगह बैठकर करते है काम तो हो जाएं सावधान

आजकल की दिनचर्या में ऑफिस का काम करने वाले लगातार काफी समय तक एक ही जगह बैठे रहकर अपना काम सम्पूर्ण करते है, मगर उन्हें ध्यान देना चाहिए की समय समय पर थोडा इधर उधर टहलना चाहिए जिससे की ना केवल उनके शरीर को आराम मिलेगा यह उनकी आँखों के लिए भी बहुत लाभकारी होगा।

अगर आप भी लगातार एक जगह बैठे रहकर काम करते है तो आपको अपनी सेहत के लिए रहना पड़ेगा सावधान, जैसा की रिसर्च में पाया गया है की लगातार एक ही जगह पर बैठे रहने से खून में थक्का जमना शुरू हो जाता है जिसके कारण हार्टअटैक जैसी जानलेवा बीमारी होने का खतरा रहता है।

जानिये क्या होता है लगातार बैठे रहने से :

एक इंटरनेशल जरनल में प्रकाशित एक स्टडी के अनुसार कुर्सी पर ज्यादा समय तक जमे रहने से विभिन्न बीमारियों से मरने का खतरा करीब 27 प्रतिशत तक बढ़ जाता है। वहीं दूसरी ओर वे लोग जो लगातार बैठकर टी.वी. देखते रहते हैं उनमें यह खतरा करीब 19 प्रतिशत तक बढ़ जाता है।

अगर आप लगातार एक ही जगह पर बैठे रहेंगे तो सबसे पहले तो आपको रक्त से जुडी समस्या उत्पन्न हो जाएगी ऐसा इस लिए की जब आप एक ही जगह पर बैठे रहेंगे तो उस स्थान का ब्लड का सर्कुलेशन धीमा हो जायेगा, जिसकी वजह से खून गाड़ा होने लगेगा और उस जगह पर क्लोट्स बन जायेंगे, जिसकी वजह से हो सकता है आपको वेरीकोस, त्वचा का काला पड़ना, हृदय रोग, खुजली होना, बवासीर होना, कमर में टेढ़ापन आ जाना, गर्दन में दर्द आदि कई प्रकार के रोग होने की सम्भावना रहती है।

विशेषज्ञ मानते हैं कि घंटों बैठकर काम करना या कई घंटे रोजाना बाइक चलाना पाइल्स की चपेट में ला सकती है। पाइल्स यानी बवासीर के रोगियों की बढ़ती रफ्तार इसे पुख्ता कर रही है। निजी और सरकारी अस्पताल में भी रोज चार दर्जन से अधिक केस पहुंच रहे हैं। इनमें सर्वाधिक संख्या युवाओं की है।

जब आप खड़े होते हैं या किसी भी गतिविधि में सक्रिय होते हैं तो मांसपेशियां सक्रिय बनी रहती हैं, लेकिन जब आप केवल बैठे रहते हैं तो पीठ और पेट की मांसपेशियां ढीली पड़ने लगती हैं। इसी स्थिति के चलते आपके कूल्हे और पैरों की मांशपेशियां कमजोर पड़ने लगती हैं।

लंबे समय तक एक स्थिति में बैठने का परिणाम यह भी हो सकता है कि आपकी रीढ़ की हड्‍डी भी पूरी तरह से सीधी न रह सके। इसी के परिणाम स्वरूप कूल्हे और पैरों की सक्रियता प्रभावित होती है और ये अंग सख्त होते जाते हैं और इनकी स्वाभाविक नमनीयता खत्म होने लगती है।

जानिये क्या करें अगर काम ही ऐसा हो तो:

जहाँ तक संभव हो दूध वाली चाय की जगह आप काली चाय का सेवन करें, ऐसा इसलिए की चाय में एंटी ओक्सिडेंट होते है जो की खून को गाड़ा होने से रोकते है और आपके रक्त के स्त्राव को सही बनाये रखने में मदद करती है।

फलों का सेवन करें जैसे सेब, संतरा, मौसमी का जूस, गाजर का जूस, टमाटर का जूस यह सभी फल खून बढ़ाने के साथ साथ खून की अशुद्धियों को भी दूर करने में मदद करते है ।

जहाँ तक संभव हो धुम्रपान, शराब या किसी अन्य प्रकार का नशा नहीं करना चाहिए, क्योकि इसकी वजह से शरीर में निकोटिन जाता है जो खून को बहुत पतला कर देता है जिसकी वजह से आपको हृदय रोग होने की सम्भावना रहती है।

नित्य प्रतिदिन व्यायाम करें, समय समय पर अपने वजन और ब्लड प्रेशर की जांच करवाते रहे ।

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