उत्तर प्रदेश के औरैया जनपद में पिछले चार माह से लाॅकडाउन और हाॅटस्पाॅट के चलते लगभग भुखमरी की कगार पर पहुंच चुके कस्बा बाबरपुर के व्यापारियों ने हांथ में कटोरा लेकर सड़कों पर उतरकर जमकर नारेबाजी कर प्रर्दशन किया। उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के आवाहन पर आज सैकड़ों की संख्या में व्यापारी सुबह से ही सड़कों पर आ गये, उनका आरोप है कि अन्य किसी कस्बा या शहर में कोरोना का कोई मरीज निकलता है तो उसी गली को बंद किया जाता है। लेकिन बाबरपुर में 2-3 सौ मीटर की एरिया को बंद कर पूरा बाजार ही बंद कर दिया जाता है और सरकारी प्रतिष्ठान खुले रहते है। जहां पर लोगों की खासी भीड़ लगी रहती है, तो क्या उनसे कोरोना संक्रमण के विस्तार का खतरा नहीं होता है। व्यापारियों का आरोप था कि आज भी स्टेट बैंक, नगर पंचायत कार्यालय व गैस एजेंसी खुली है आटो चल रहे हैं जिनसे सड़कों तक पर भीड़ लग रही है।
बाबरपुर उद्योग व्यापार प्रतिनिधि मंडल के अध्यक्ष संजीव कुमार पोरवाल ने कहा कि 10 जुलाई को कस्बा के लक्ष्मीनगर में एक कोरोना संक्रमित मरीज के पाये जाये के बाद प्रशासन ने दिबियापुर के लिए जाने वाले फफूंद मार्ग जिस पर मेन मार्केट है को लगभग 3 सौ मीटर यानि पूरा रोड़ बंद कर दिया है, जब इस संबंध में उपजिलाधिकारी व नगर पंचायत के अधिशाषी अधिकारी से वार्ता की गयी तो उन्होंने कहा कि देखेंगे और इसके बाद प्रशासन ने कल मुगलरोड़ भी दोनों और 2-2 मीटर बंद कर दिया जिससे बाबरपुर का पूरा मार्कट बंद हो गया है। उन्होंने कहा कि पिछले 4 माह से लाॅकडाउन व हाॅटस्पाॅट के चलते बाबरपुर कस्बा बंद ही रहा है जिससे हम व्यापारियों का व्यापार चौपट हो गया, भुखमरी की कगार पर पहुंच गये और भीख मांगने जैसी स्थिति हो गयी है। लिहाजा हमारी मांग है कि प्रशासन हम सभी व्यापारियों व उनके परिजनों को सेल्टर होम में रखकर उनके खाने पीने की व्यवस्था करे।
नगर पंचायत बाबरपुर अजीतमल की अध्यक्ष रानी पोरवाल के पति व प्रतिनिधि मदनलाल पोरवाल ने कहा कि अन्य जगह जहां कोरोना पाॅजीटिव निकलता है वहां पर एक गली या कुछ एरिया को बंद किया जाता है, यहां तो चारों तरफ 2 सौ मीटर एरिया नाप कर बंद किया जाता है। छह दिन पूर्व केवल फफूंद रोड़ बंद किया गया था और आज सातवें दिन इटावा रोड़ भी बंद कर दिया गया। प्रशासन से कहा कि यदि लाॅकडाउन में बंद ही करना है तो बैंक व गैस ऐजेंसी भी बंद करो और व्यापारियों को ले जाओ उनके खाने पीने का इंतजाम करो, यह भूखा कब तक रहेगा अन्यथा यह मरने मारने पर उतर आयेंगे।
उधर व्यापारियों के कटोरा लेकर प्रर्दशन करने की जानकारी होते ही उपजिलाधिकारी रमापति एवं क्षेत्राधिकारी कमलेश नारायण पाण्डेय एवं अजीतमल कोतवाल सुधीर सिंह मौके पर पहुंचे और व्यापारियों से वार्ता की और उन्हें शासनादेश के बारे में अवगत कराते हुए समझाया। उपजिलाधिकारी रमापति ने बताया कि कोरोना मरीज पाये जाने पर लक्ष्मीनगर को हाॅटस्पाॅट एरिया घोषित किया गया है और शासनादेश के अनुसार 2 सौ मीटर की एरिया को सील किया गया है। व्यापारी चाहते है कि मात्र एक सौ मीटर की एरिया को सील किया जाये जो सम्भव नहीं है।
रिपोर्ट-अनुपमा सेंगर