उत्तर प्रदेश आपदा में अवसर सूत्र पर अमल कर रहा है। कोरोना संकट काल में भी विकास कार्यों को गतिमान रखने पर ध्यान दिया गया। अनलॉक के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ स्वयं इन सभी कार्यो की निगरानी कर रहे है। इन्फ्रास्ट्रक्चर के कार्य प्रगति पर है।
पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे बुन्देलखण्ड एक्सपे्रसवे गंगा एक्सप्रेसवे व मेट्रो के कार्याें को आगे बढ़ाया जा रहा है। उन्नीस नए मेडिकल काॅलेज का निर्माण कार्य व दो नए एम्स का निर्माण प्रगति पर है। स्वच्छ भारत मिशन के अन्तर्गत प्रदेश में दो करोड़ इकसठ लाख परिवारों को शौचालय उपलब्ध कराया गया।
तीस लाख परिवारों को प्रधानमंत्री आवास योजना और मुख्यमंत्री आवास योजना के अन्तर्गत आवास उपलब्ध कराने का कार्य किया गया। आयुष्मान भारत योजना और मुख्यमंत्री जन आरोग्य योजना का लाभ जरूरतमंदों को प्राप्त हो रहा है। लाख नौजवानों को बिना भेदभाव के सरकारी नौकरी देने का कार्य किया गया। उत्तर प्रदेश में अठारह करोड़ लोगों को अनवरत महीने में दो बार खाद्यान्न उपलब्ध कराया जा रहा है।
श्रमिकों, स्ट्रीट वेण्डरों, गरीब, प्रवासी कामगारों श्रमिकों को खाद्यान्न और भरण पोषण भत्ता उपलब्ध करावाने का कार्य किया गया है। एक जनपद एक उत्पाद योजना को आगे बढ़ाया गया है। हर जनपद में एक उत्पाद को चिन्हित कर उसकी ब्राण्डिंग, मार्केटिंग, डिजाइनिंग और उसको तकनीक के साथ जोड़कर वैश्विक बाजार पहुंचाने का कार्य चल रहा है।
पन्द्रह करोड़ लोगों के लिए खाद्यान्न का प्रबन्ध किया गया। इसके लिए प्रदेश की गरीब जनता में बयालीस लाख मीट्रिक टन राशन वितरित किया गया। उत्तर प्रदेश के लगभग सवा तीन करोड़ महिलाओं के जनधन खाते में पांच हजार करोड़ रुपये की धनराशि अंतरित की गयी।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण रोजगार अभियान में भी उत्तर प्रदेश आगे है। प्रदेश सरकार ने लगभग सवा करोड़ श्रमिकों कामगारों को रोजगार दिया गया। पचास लाख लोगों को एमएसएमई इकाइयों में रोजगार दिया जा गया। मुद्रा योजना के तहत करीब दस हजार करोड़ रुपये का ऋण आवंटित किया गया है। आत्मनिर्भर भारत योजना के पहले चरण में प्रदेश में लगभग सत्तावन हजार नई एमएसएमई इकाइयों को दो हजार करोड़ रुपये से अधिक का ऋण वितरित किया गया। इन इकाइयों द्वारा कार्य का संचालन भी प्रारम्भ कर दिया गया है।