लखनऊ। राजधानी में 16 दिसंबर की रात सिद्धार्थनगर के डुमरियागंज के पूर्व विधायक के बेटे की हत्या में इस्तेमाल की गई कार शुुुक्रवार को आरोपियों की निशानदेही पर सजेती से बरामद कर ली गई। इस दौरान लखनऊ पुलिस के साथ स्थानीय पुलिस की टीम भी मौजूद रही। कार में सचिवालय का प्रवेश पास भी लगा है। इसके बाद पुलिस अन्य साक्ष्यों की बरामदगी में लगी है। कार से एक खाली सूटकेस भी मिला है। पुलिस रिमांड पर लिए गए दोनों आरोपियों को लेकर लखनऊ आई थी। विधायक जिप्पी तिवारी के पुत्र वैभव की हजरतगंज में हत्या की गई थी। पुलिस ने हत्याकांड में शामिल दो लोगों को पकड़ लिया था। उनकी निशानदेही पर लखनऊ की टीम गुरुवार दोपहर बाद यहां पहुंची। कत्ल में प्रयुक्त कार सजेती के पास होने की आशंका पर स्थानीय पुलिस से संपर्क किया गया। इसके बाद घाटमपुर और सजेती में छानबीन शुरू की गई। लगभग दो घंटे की मशक्कत के बाद पुलिस को आनूपुर मोड़, ढाबे के पीछे से कार मिल गई, जिसे कब्जे में ले लिया गया। पुलिस यहां से कई और साक्ष्य जुटाने की कोशिश में हैं। कार के अंदर से मिलीं बोतलें और सामान भी जब्त कर लिया गया।
मध्यप्रदेश भागने की फिराक में थे आरोपी
पुलिस को आशंका है कि कार का इस्तेमाल हत्या में किया गया। आरोपी कार से कानपुर होते हुए यूपी की सीमा पार कर मध्य प्रदेश भागने की फिराक में थे। सीमाएं सील होने की आशंका से कार यहां पर छोड़ दी। यह भी जांच का विषय है कि कार यहां गच्चा देने के लिए छिपाई तो नहीं गई। बरामदगी करने आई पुलिस के संपर्क में लखनऊ के आला अफसर लगातार संपर्क में रहे। टीम के लोग लगातार अफसरों को जानकारी देते रहे।
पहले गुमराह किया, रिमांड में कबूला
हजरतगंज कोतवाली के सब इंस्पेक्टर वीके मिश्रा ने बताया कि इस मामले में गिरफ्तार दो आरोपियों ने पूछताछ के दौरान पहले गुमराह किया कि बांदा के जिला अस्पताल में कार खड़ी है। बाद में दोनों मुकर गए और एमपी में कार होने की बात कहने लगे। इस पर दोनों जेल भेजने के बाद रिमांड में लेकर पूछताछ की गई तो सच्चाई सामने आई। आरोपियों की निशानदेही पर ही आनूपुर मोड़ के पास कार की तलाश की गई। घाटमपुर इंस्पेक्टर देवेन्द्र दुबे के साथ गाड़ी की तलाश में जुटी लखनऊ पुलिस को बरामद करने में कामयाबी मिली। कार यहां प्रियंका ढाबा के पीछे मिली।
खंगाले जा रहे सूटकेस से जुड़े राज
पुलिस को गाड़ी से एक खाली सूटकेस भी मिला है। पुलिस इस सूटकेस से जुड़े राज भी खंगालने में जुटी है। यह भी माना जा रहा है कि सूटकेस में हत्या के बाद फरार होने के लिए आरोपियों को पैसा दिया गया होगा। यह सूटकेस किसी तीसरे व्यक्ति का भी हो सकता है। एसआई वीके मिश्रा ने बताया कि गाड़ी और उससे बरामद चीजों से जुड़े बिन्दुओं पर आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।
पास से उठे सुरक्षा चक्र पर सवाल
हत्यारोपियों के पास से हत्या में काली लग्जरी कार जिसमें सचिवालय का पास बरामद हुआ है। जिससे विधानसभा की सुरक्षा पर सवाल भी उठ रहे हैं। कई माह पहले विधान सभा के भीतर विस्फोटक बरामद होने के बाद सुरक्षा घेरा बढ़ा दिया गया था। यहां पर प्रवेश करने वाली गाड़ियों पर निगाहें रखी जाती है। सीएम ने भी विधान सभा की सुरक्षा को लेकर चिंता जताई थी। उन्होंने यह आदेश दिया था कि पास धारी गाड़ियों पर भी नजर रखी जाए। वीआईपी नम्बर की इस कार में लगा पास 2017 में जारी किया गया है। यह भी जांच का विषय यह है कि गाड़ी में लगा पास असली है या नकली।
Tags Anupur twist baggage bottles Dumriaganj empty suitcases Gippy Tiwari hazratganj madhya pradesh murder Police other evidence Pre-MLA recovered remand Safari recovered Sajeti Secretariat pass siddharthnagar trail of accused Vaibh
Check Also
हिमाचल में इस दिन फिर बारिश-बर्फबारी के आसार, चार स्थानों का न्यूनतम तापमान माइनस में
शिमला। हिमाचल प्रदेश के ऊंचाई वाले भागों में पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता से माैसम फिर ...