दिल्ली पुलिस ने सिंघु बॉर्डर की रेड लाइट पर बैठकर विरोध-प्रदर्शन कर रहे किसानों पर मुकदमा दर्ज किया है। प्राथमिकी में किसानों पर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन न करने का आरोप लगाते हुए महामारी एक्ट समेत अन्य धाराओं लगायी गयी हैं। गौरतलब हो ये किसान 29 नवम्बर को लामपुर बॉर्डर से जबरन दिल्ली की सीमा में घुस आए थे और सिंघु बॉर्डर की रेड लाइट पर धरने पर बैठ गए, तब से लेकर आज तक यहां किसान रोड ब्लॉक कर बैठे हैं।
किसान तीन नए कृषि कानूनों के खिलाफ पिछले 15 दिनों से सिंघु बॉर्डर पर विरोध-प्रदर्शन कर रहे हैं। सरकार और किसान संगठनों के बीच अब तक पांच दौर की बातचीत की बैठकें बेनतीजा रही हैं। ऐसे में किसानों ने 14 दिसंबर से देशव्यापी आंदोलन की चेतावनी दी है।
इसके साथ ही उन्होंने 12 दिसंबर को दिल्ली -जयपुर हाईवे बंद करने और सभी टोल प्लाजा पर कब्जा करने का ऐलान किया है। नए कानून को लेकर किसानों को डर है कि इसकी आड़ में निजी क्षेत्र द्वारा उनकी फसलों को कम कीमत पर खरीदा जा सकता है। इसके अलावा न्यूनतम समर्थम मूल्य से भी किसानों को वंचित किया जा सकता है। सरकार ने साफ कर दिया है कि वो नए कानून वापस नहीं लेगी। सरकार ने स्पष्ट कहा है कि वो किसान हित को देखते हुए कानून में संशोधन कर सकती है।