Breaking News

देश को शक्तिशाली बनाएगी नई शिक्षा नीति

राज्यपाल आनन्दी बेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नई शिक्षा नीति को कारगर रूप में लागू करने के प्रति गम्भीर है। इसके अनुरूप कदम उठाए जा रहे है। योगी आदित्यनाथ ने पहले भी कहा था कि नई शिक्षानीति भारत को पुनः विश्वगुरु बनाने में सहायक होगी। आनन्दी बेन पटेल ने भी सर्वप्रथम नई शिक्षानीति का स्वागत किया था। उसके बाद अनेक कार्यक्रमों के माध्यम से वह शिक्षाविदों,शिक्षकों व विद्यार्थियों को इसके दृष्टिगत सन्देश दे रही है।

उन्होंने एक बार फिर कहा कि देश की क्षेत्रीय भाषाओं,संस्कृति, विचारों एवं मूल्यों पर केन्द्रित नई शिक्षा नीति स्वदेशी ज्ञान और तकनीक के आधार पर नये भारत को शक्तिशाली बनाने में सहायक होगी। इस शिक्षा नीति से अन्तर्विषयक एवं बहुविषयक पठन पाठन तथा शोध को प्रोत्साहन मिलेगा। उन्होंने कहा कि इस शिक्षा नीति में तकनीकी शिक्षा,भाषाई बाध्यताओं को दूर करने, दिव्यांग विद्यार्थियों के लिये शिक्षा को सहज और सुगम बनाने आदि के लिये तकनीकी के प्रयोग को बढ़ावा देने पर बल दिया गया है।

इसमें सन्देह नहीं कि नई शिक्षा नीति ने बालिकाओं की शिक्षा में आने वाली बाधाओं को समझा है। और उन्हें दूर कर बालिका शिक्षा प्रोप्साहन के सभी उपाय किये गये हैं। आनंदीबेन पटेल ने कहा कि आंगनवाड़ी केन्द्र पर भी दिव्यांग छात्रों के लिए विशेष शिक्षा की व्यवस्था की जानी चाहिए। इसके लिये जरूरी है कि शिक्षकों को नई शिक्षा नीति के तहत प्रशिक्षण दिया जाय। साथ ही एक देश एक पाठ्यक्रम की व्यवस्था भी लागू होनी चाहिए। उन्होंने अभिभावकों का आह्वान किया कि वे नई शिक्षा नीति को जानें और उसे प्राथमिक, माध्यमिक तथा उच्च स्तर तक लागू करने में अपनी सहभागिता सुनिश्चित करें।

कोरोना काल में शिक्षा: कुलाधिपति ने कहा आज की परिस्थिति में साठ प्रतिशत शिक्षक कार्य आनलाइन हो रहा है,जबकि चालीस प्रतिशत अध्यापकों के माध्यम से हो रहा है। हमें अपनी पीढ़ी को कुशल नागरिक बनाना है। राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने डाॅ. शकुन्तला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय,लखनऊ के सातवें दीक्षान्त समारोह को सम्बोधित किया। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय दिव्यांग विद्यार्थियों में अंतर्निहित विशिष्ट बौद्धिक सामथ्र्य को विकसित कर उन्हें राष्ट्र निर्माण के महान कार्य हेतु गतिशील करने में उल्लेखनीय योगदान दे रहा है।

अटल जी से प्रेरणा: राज्यपाल व मुख्यमंत्री ने पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी जी की प्रतिमा का अनावरण एवं उनकी कविता पर आधारित विथिका का उद्घाटन भी किया। उन्होंने कहा कि स्व अटल बिहारी वाजपेयी की यह प्रतिमा विद्यार्थियों को सदैव आगे बढ़ने एवं देश प्रेम की प्रेरणा देती रहेगी। लखनऊ अटल जी की कर्मभूमि रही है। उनके विचार समाज और राजनीति ही नहीं साहित्य के क्षेत्र में भी प्रेरणा देने वाले है। आनंदीबेन पटेल ने विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों हेतु विश्वविद्यालय परिसर में डाकघर का शुभारम्भ किया तथा विश्वविद्यालय पर डाक टिकट निर्गत किया।

राष्ट्र गौरव का विचार: शिक्षा के माध्यम से हमें ऐसे विद्यार्थियों को गढ़ना है जो राष्ट्र गौरव के साथ साथ विश्व कल्याण की भावना से ओत-प्रोत हों और वे सही मायने में ग्लोबल सिटिजन बन सकें। राज्यपाल ने कहा कि यह विश्वविद्यालय दिव्यांग विद्यार्थियों के पठन-पाठन,आकलन एवं उनके मूल्यांकन की विधियों में व्यापक सुधार के संबंध में विचार कर अपेक्षित सुधारों को लागू करें। दीक्षान्त समारोह में एक सौ इक्कीस विद्यार्थियों को एक सौ इक्यावन मेडल देकर सम्मानित किया गया।

डॉ दिलीप अग्निहोत्री

डॉ. दिलीप अग्निहोत्री

About Samar Saleel

Check Also

शिवमहापुराण कथा सुनने काशी पहुंचे CM योगी, हुआ स्वागत; बोले- वेदव्यास की परंपरा का हो रहा निर्वहन

वाराणसी। यूपी काॅलेज के निकले के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने काल भैरव मंदिर में ...