मुजफ्फरनगर. जिले का एक होनहार छात्र बिना डीजल व पेट्रोल के बैट्री के सहारे चलने वाला प्रदूषण रहित ट्रैक्टर बनाने का प्रोजेक्ट लेकर जिलाधिकारी के पास पहुंचा। लेकिन सरकार की कोई योजना नहीं होने का हवाला देते हुए इस छात्र को डीएम ने इस वादे के साथ वापस भेज दिया कि प्रोजेक्ट पूरा कर लाओ,तब शासन को सिफारिश भेजी जाएगी।
जानकारी के मुताबिक शहर से सटे गांव सूजडू के मौहल्ला जहांगीर पट्टी निवासी कक्षा नौ के छात्र फहीम पुत्र सलीम अहमद गुरुवार को कलेक्ट्रेट स्थित डीएम कार्यालय पर पहुंचा। इस छात्र ने डीएम के सामने अपना ट्रैक्टर का मॉडल प्रस्तुत किया। छात्र ने डीएम को बताया कि उसका मॉडल आर्थिक दिक्कतों के कारण पूरा नहीं हो पा रहा है,जिसे पूरा करने के लिए उसने शासन से आर्थिक मदद मांगी।
श्ाासन की नही ही कोई योजना:
डीएम डीके सिंह ने छात्र को बताया कि शासन की ऐसी कोई योजना नहीं है,जिसमें उसे मदद दी जा सके। वो प्रोजेक्ट पूरा करके लाता है तो उसको मदद के लिए शासन को भेजा जा सकता है। इसके बाद छात्र निराश होकर वहां से लौट गया।
पर्यावरण के अनुकूल:
छात्र फहीम ने बताया कि उसने यह मॉडल पर्यावरण के अनुकूल बनाया है।इको ग्रीन मॉडल डीजल और पेट्रोल रहित है। बैट्री से इसका संचालन होता है और एक बार में इसे दस घंटे तक 50 किलो वजन लेकर चलाया जा सकता है। इसका बड़ा मॉडल 400 से 500 कुंतल वजन को आसानी से खींच पाएगा। फहीम के मुताबिक यदि इसी फाॅर्मूले पर बड़े ट्रैक्टर बनाए जाएं तो खेती में यह कारगर सिद्ध हो सकते हैं,क्योंकि इसमें ज्यादा खर्च नहीं करना पड़ेगा। साथ ही इसके संचालन से पर्यावरण को भी कोई नुकसान नहीं होगा,और किसानों पर अतिरिक्त आर्थिक बोझ भी नहीं पड़ेगा। छात्र ने बताया कि उसने डेढ़ माह की मशक्कत के बाद इसे तैयार किया है। इसकी प्रेरणा उसे उसके पिता से ही मिली है। वो ट्रैक्टर को देखकर अक्सर कुछ नया करने के प्रयास में रहता था। कई प्रयास विफल भी साबित हुए हैं। अब वो आर्थिक कारणों के चलते अपने प्रोजेक्ट को पूरा नहीं कर पा रहा है।