कृषि कानून के विरोध में गुरुवार को तीसरे दिन भी राज्यसभा में जमकर हंगामा हुआ. इस दौरान आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजय सिंह ने किसानों का मुद्दा जोर-शोर से उठाया. संजय सिंह (sanjay singh) ने कहा, किसानों को खालिस्तानी कहा जा रहा है, बॉर्डर पर कटीले तार और कंक्रीट के बैरिकेड लगाए जा रहे हैं, जैसे लगता हो देश के अंदर दुश्मन देश की सेना घुसने वाली है. आखिर सरकार को ऐसा करने की क्या जरूरत है. संजय सिंह ने कहा सरकार को तीनों कानूनों को वापस लेना ही पड़ेगा.
आज सांसद संजय सिंह (sanjay singh) ने आगे कहा, किसानों पर सरकार अत्याचार कर रही है, उन्हें आंदोलन नहीं करने दिया जा रहा है. उनपर आंसू गैस के गोले छोड़े जा रहे हैं, कड़ाके की ठंड में पानी की बौछारें की जा रही हैं. देश के अन्नदाताओं को आतंकवादी, खालिस्तानी और गद्दार जैसे शब्दों की संज्ञा दी गई. उन्होंने कहा, क्या सरकार के पास इन किसानों को फोन करने के लिए पैसे नहीं हैं?
जिन किसानों के पूर्वज देश के लिए शहीद हो गए उनके वंशजों को खालिस्तानी आतंकवादी कहा जा रहा है. संजय सिंह (sanjay singh) ने फिर दोहराया और कहा, सरकार को ये तीनों काले कानूनों को रद्द करना ही पड़ेगा. उन्होंने कहा, दिल्ली की सीमाओं पर कंटीले तार और कंक्रीट के बैरिकेड लगाए गए हैं. जैसे दूसरे देश की सेना लड़ाई के लिए आ रही है. ऐसा तभी होता है जब देश का शासक जनता से डर जाए या फिर देश की जनता को दुश्मन समझने लगे.
संजय सिंह (sanjay singh) ने आगे कहा, जिस तरह से कांग्रेस को जनता ने 55 सीटों पर पहुंचा दिया है उसी तरह बीजेपी को 5 सीटों पर पहुंचा देगी. कांग्रेस ने 2019 के लोकसभा चुनाव से पहले घोषणापत्र में कानून बनाने की बात कही थी जिसका नतीजा उसने देखा. उन्होंने कहा ये सरकार चंद पूंजीपतियों की सरकार बनकर रह गई है जो चुनाव लड़ने के लिए पूंजीपतियों से चंदा लेती है और उन्हीं के हित को देखकर कानून बनाती है.