प्रकोप को देखते हुए विदेश मंत्रालय ने एक सार्वजनिक बयान में चाइना से बोला है कि वह हिंदुस्तान से बचाव व राहत के मामले पर सकारात्मक विमर्श करे। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रवीश कुमार ने कहा, ‘चीन में मदद करने के लिए राहत सामग्री के जल्द वुहान पहुंचने की उम्मीद है।
हमने चीनी अधिकारियों से मांग की है कि उसी फ्लाइट से वह भारतीय नागरिकों को वापस भेजने की अनुमति दें। हमें उम्मीद है कि वह इस पर सकारात्मक रिएक्शन देंगे। ‘
बता दें कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने चाइना के राष्ट्रपति शी जिनपिंग को लेटर लिखकर भारतीय सहायता देने की पेशकश की थी। कोरोना वायरस की वजह से अब तक सैकड़ों लोगों की मृत्यु हो चुकी है। राहत देने के लिए फ्लाइट का निवेदन 13 फरवरी को भेजा गया था व प्रस्तावित फ्लाइट के 20 फरवरी को टेक ऑफ करने की आसार थी लेकिन चाइना की तरफ से अनुमति नहीं दी गई। इस दौरान 3 विदेशी फ्लाइट वुहान छोड़ सकती थीं।
भारत ने चाइना को यह भी याद दिलाया कि कोरोना वायरस के लिए WHO की एडवाइजरी के मुताबिक यह सावधानियां होंगी। विदेश मंत्रालय ने कहा, ‘कुछ प्रतिबंध चिकित्सा सामग्री के निर्यात पर लगाए गए हैं क्योंकि ये वस्तुएं यहां कम आपूर्ति में हैं। ‘ चाइना की आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए सरकार ने कुछ वस्तुओं के निर्यात के लिए एक बार छूट की अनुमति दी थी जो निर्यात के लिए प्रतिबंधित थीं। चीनी पक्ष ने एक बयान में भारतीय पक्ष को महामारी की स्थिति की समीक्षा करने के लिए बोला है व जल्द से जल्द दोनों राष्ट्रों के बीच व्यापार प्रारम्भ करने के लिए बोला है