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मोबाइल में नहीं होगी ये ऐप, तो अब से यमुना एक्सप्रेसवे पर नो-एंट्री

दिल्ली और आगरा को जोड़ने वाले यमुना एक्सप्रेस-वे (Yamuna Expressway) से सफर करने से पहले नए नियम के बारे में जरूर पढ़ लें. क्योंकि ये नया नियम आज से लागू हो गया है. आज से आप इस हाईवे का इस्तेमाल तभी कर पाएंगे कि जब आपके स्मार्टफोन में ये एक खास ऐप होगा.

दरअसल, यमुना एक्सप्रेस-वे पर सफर से पहले अपने मोबाइल में हाईवे साथी (Highway Saathi App) ऐप डाउनलोड कर लें. अगर आपके मोबाइल यह ऐप डाउनलोड नहीं है तो फिर आपको इस हाईवे पर चढ़ने की अनुमति नहीं मिलेगी.

जानिए क्या है Highway Saathi App
सुरक्षा के मद्देनजर यमुना एक्सप्रेस-वे हाईवे पर चलने वाले हर वाहन को Highway Saathi App से जोड़ा जा रहा है. इसका उद्देश्य इस हाईवे पर होने वाले सड़क हादसों पर रोक लगाना है. तेज रफ्तार होने की वजह से इस हाईवे पर बड़ी संख्या में दुर्घटनाएं होती हैं.

अगर चालक मोबाइल में हाईवे साथी ऐप होगा, और जैसे ही वे अपने वाहन के साथ यमुना एक्सप्रेस-वे पर चढ़ेंगे, उनका मोबाइल का सर्वर एक्सप्रेस-वे के सर्वर से कनेक्ट हो जाएगा. उसके बाद एक्सप्रेस-वे पर यात्रा करते समय हर मूवमेंट की जानकारी Expressway के अधिकारियों तक पहुंच जाएगी.

ऐसे में अगर दिल्ली-आगरा एक्सप्रेस-वे यात्रा करते समय वाहन का एक्सीडेंट होता है, तो हाईवे साथी ऐप की मदद से तुरंत सहायता पहुंचाई जाएगी. हाईवे अथॉरिटी को एक्सीडेंट की जगह ट्रैक करने में आसानी होगी. घटनास्थल पर तुरंत मदद पहुंचने से सड़क हादसों में होने वाली मौतों की दर में कमी आएगी.

वाहन चालक का मोबाइल नंबर, गाड़ी का नंबर, कंट्रोल रूम में मौजूद होगा. अगर यमुना एक्सप्रेस-वे पर कोई हादसा होता है तो इस ऐप के जरिए एम्बुलेंस,अस्पताल, दवा की दुकान आदि की जानकारी तुरंत पीड़ित तक पहुंचाई जा सकेगी. अगर गाड़ी में कोई समस्या आती है तब भी वाहन चालक को मदद पहुंचाई जा सकेगी.

बूथ पर होगी App की जांच
इसे कड़ाई से लागू करने के लिए आगरा और नोएडा प्राधिकरण की ओर से यमुना एक्सप्रेस-वे पर बूथ लगाकर जांच की जाएगी. हाईवे पर एंट्री से पहले वाहन चालक के फोन में हाईवे साथी ऐप की जांच की जाएगी. अगर चालक के फोन में App नहीं होगी, तो उसे डाउनलोड करने के बाद ही चालक को एक्सप्रेस पर यात्रा करने की अनुमति दी जाएगी.

इस एक्सप्रेस-वे की देख-रेख यमुना प्राधिकरण करता है. यहां लगातार हो रहीं दुर्घटनाओं के चलते राज्य सरकार लगातार निर्देश देती रही है कि इसको रोकने के उपाय किए जाएं. इसी के तहत हाल ही में वाहनों के टायरों की जांच, वाहन चालकों की आंखों की जांच का इंतजाम करने का फैसला किया गया है.

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