Breaking News

क्या रेनबो फूड खाना मुफीद है? जानिए हर रंग की आपके शरीर में होने वाली भूमिका

स्वस्थ जीवनशैली स्वस्थ खानपान की आदतों पर निर्भर है. हम अक्सर पूर्व को संतुलित करने के लिए बाद की उपेक्षा करते हैं और वहीं मामला खराब होना शुरू होता है. आपके शरीर के स्वास्थ्य की जरूरतों को पूरा करने के लिए गलत सूचना के जाल में फंसे बिना सबसे आसान और झटपट तरीका ‘रेनबो फूड’ के विचार का पालन करना और उसके साथ संतुलित आहार का सेवन है. जैसा कि नाम से जाहिर है रेनबो फूड में अनिवार्य रूप से सभी अलग-अलग रंग के फूड का सेवन शामिल है. न सिर्फ रंग भोजन के प्लेट को आकर्षक बनाते हैं बल्कि हमारे शरीर को फाइटो केमिकल यानी एक प्रकार का खास एंटीऑक्सीडेंट मुहैया कराने में खास भूमिका निभाते हैं. रेनबो फूड में फाइटो केमिकल मौजूद होता है, जिससे उन्हें वह रंग मिल जाता है जो उनके पास होता है.

ये फाइटो केमिकल फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मदद करते हैं या शरीर के टॉक्सिन्स को बाहर निकालते हैं और इम्यूनिटी बनाने में मदद करते हैं. रेनबो फूड का मतलब इंद्रधुष रंगों के समान प्रमुख रगों के फलों और सब्जियों को अनिवार्य रूप से डाइट में शामिल करना है. रेनबो डाइट के तौर पर हर रंग आपके शरीर को पोषण की जरूरतों की भरपाई में भूमिका निभाता है.

रंगों में मौजूद फाइटो केमिकल और उसका प्रभाव
लाल- लाल रंग के फल जैसे सेब, अनार तरबूज में लाइकोपीन पाया जाता है. ये दिल की बीमारी, खास प्रकार के कैंसर से लड़ने वाले अपने गुणों के चलते जाना जाता है. चुकंदर में ये शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट का प्रभाव सूजन रोधी होता है. यहां तक कि रेड वाइन में भी एंटीऑक्सीडेंट गुण पाया जाता है. सेब को आपकी डाइट का हिस्सा जरूर होना चाहिए.

हरा– हम सभी जानते हैं कि सब्जियां कितनी महत्वपूर्ण हैं. लेकिन उसे बहुत ज्यादा महत्वपूर्ण कौन बनाता है? सच्चाई ये है कि उनमें जरूरी पोषक तत्व जैसे कैल्शियम, पोटैशियम, आयरन, मैग्नीशियम, विटामन बी सी, ई और के समेत मिनरल से पाए जाते हैं. हरी सब्जियों में मौजूद क्लोरोफिल फ्री रेडिकल्स को भी निष्क्रिय करने में मदद करते हैं और टॉक्सिन्स को बाहर निकालते हैं.

पीला– केला, आम, अनानास मूड से लेकर स्किन, आंख, हड्डी और बालों के विकास में मदद करते हैं. उसमें विटामिन सी और एमिनो एसिड से बना एक प्रोटीन कोलेजन मौजूद होता है. जिसमें बुढ़ापा विरोधी गुण पाया जाता है. बायोफ्लेवोनोईडस और कैरोटीनॉयड से भरपूर पीला रंग कैंसर से लड़ने में मदद करते हैं.

नीला और बैंगनी– एंथोस्यानिन्स का फायदा मस्तिष्क की कार्य प्रणाली को बेहतर बनाने में है. इसका स्रोत बैंगनी गोभी, ब्लूबेरी, बैंगन इत्यादि हैं.

पीला और नारंगी- कैरोटीनॉयड (बीटा कैरोटीन अलफा कैरोटीन) विटामिन ए के परिवार से संबंध रखते हैं. प्रमुख स्रोत गाजर, शकरकंद, कद्दू हैं. इसके फायदे सूजन रोधी, दिल की सेहत के लिए मुफीद, आंखों के स्वास्थ्य को सहायता और कैंसर के खतरे को कम करने में है.

 

About Ankit Singh

Check Also

इन महिलाओं ने भारतीय संविधान के निर्माण में दिया विशेष योगदान

भारतआजादी से पहले ही 1946 में भारत के संविधान सभा की स्थापना हो गई थी। ...