कल पूरे देश में Holi का त्यौहार बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। कही रंगो की होली तो कही फूलों की होली। भले ही अलग-अलग हिस्सों में होली को अलग-अलग नामों से पुकारा जाता हो पर पूरा देश रंग-बिरंगे रंगों में रंग जाता है।
अजब-गज़ब,पर प्यार वाली Holi
वैसे तो Holi लगभग हर जगह एक जैसी होती है लेकिन देश के कई हिस्सों में होली मनाने का तौर तरीका अलग ही है। आइये जानते हैं ऐसे कुछ जगहों के बारे में ….
मथुरा
- सबसे पहले पुरे भारत में खेली जाने वाली में मथुरा की अनोखी लठमार होली का नाम आता है।
- यह होली मथुरा के बरसाने में खेली जाती है जिसमें महिलाएं इस दिन पुरुषों को लाठियों से मारती हैं।बरसाना भगवान कृष्ण की प्रेमिका राधा की जन्मस्थली है।
- कृष्ण राधा और गोपियों संग यहीं पर रासलीला खेलते थे।
वृंदावन
- होली का त्यौहार और वृन्दावन का कुछ खास ही रिश्ता है।
- यहां वसंत पंचमी के दिन से ही रंग की शुरुआत हो जाती है जो होली तक चलती ही है।
- यहाँ राधा कृष्ण मंदिर मंदिरों में होली अलग ही प्रकार से बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाई जाती है।
- यह होली की सुबह से ही रंगो के साथ साथ फूलो की भी होली देखने को मिलती है।
हरियाणा
- होली का त्यौहार हो और हरियाणा का नाम न हो ऐसा हो ही नहीं सकता। यह होली के दिन पिरामिड बनाकर मटकी तोड़ने का रिवाज है।
- इसके साथ-साथ यहां भाभियां रंग डालने वाले देवरों को पीटती हैं।
- शाम को देवर भाभियों को मिठाई देते हैं।
गोवा
- यहां होली को शिमगो के नाम से जाना जाता है।
- गोवा के कुछ हिस्से में होली को रंगपंचमी भी कहते है।
- होली के दिन चावल और स्पाइसी चिकन या मटन करी बनता है। इसे शागोटी कहते हैं।
- इस दिन घर-घर मिठाई भी बनती है।
दिल्ली
- देश की राजधानी दिल्ली में भी होली काफी अनोखी है।
- यहां होली पर “होली काऊ” फेस्टिवल धूमधाम से मनाया जाता है।
- इसमें देश भर से संगीत कलाकार आते हैं और इनके गानों पर लोग नाचते गाते हुए एक-दूसरे को खूब रंग-गुलाल लगाते हैं और गले मिलकर होली की बधाई देते हैं।
महाराष्ट्र
- हरियाणा की ही तरह महाराष्ट्र में भी होली पर दही हांडी फोड़ने का रिवाज है।
- इस दौरान लड़के मटकी तोड़ने की कोशिश करते हैं और लड़कियां उन पर रंग डालकर उन्हें हांडी फोड़ने से रोकती हैं।
- यहां हांडी फोड़ने वाले विजेता को एक साल के लिए ‘होली का राजा’ घोषित कर दिया जाता है।
कोलकाता
- कोलकाता में तो झूले के पर्व रूप में भगवान श्री कृष्ण और राधाजी को झूले में बैठाकर शोभा यात्रा निकाली जाती है।
- यहां भगवान को झूले में झुलाना शुभ माना जाता है।
- इस दौरान लोग उनके रथ के सामने नाचते गाते मस्ती में झूमते चलते हैं।
- इस रथयात्रा के दौरान लोगों पर अबीर-गुलाल और रंगों की जबर्दस्त वर्षा की जाती है।
बनारस
- घाटों के लिए प्रसिद्द बनारस में मंदिरों के अलावा घाटों पर होली मनाई जाती है।
- बनारस के कुछ बड़े घाटों पर होली गायन होता है।
- इस दौरान लोग ढोल नगाड़े की थाप पर थिरकते हैं और गाने आदि भी गाते हैं। जिसे फाग नाम से पुकारा जाता है।
- विशेष घाटों पर लोगों को भांग आदि का भी वितरण किया जाता है।
इलाहाबाद
- इलाहाबाद में होली की शुरूआत अनोखी हथौड़ा बारात की परम्परा के साथ होती है।
- इसमें सबसे पहले कद्दू भंजन किया जाता है फिर गाजे बाजे के साथ हजारों लोगों की भीड़ इस बारात का हिस्सा बनती है।
- इसके बाद लोग एक दूसरे पर रंग गुलाल डालकर गले मिलते हैं।
पंजाब
- यहां में भी होली बेहद अलग तरीके और हर्षोल्लास से मनाई जाती है।
- पंजाब की होली को ‘होला मोहल्ला’ के नाम से जाना जाता है।
- यहां होली से एक दिन पहले ही होली शुरू हो जाती है और 6 दिन तक मनाई जाती है।
- इस दौरान यहां पुरुष अलग-अलग तरह के करतब दिखाते हैं और गाने गाते हैं।