बता दें अमेरिका ने Russia के 5 संगठन तथा खबरों के मुताबिक 19 व्यक्तियों को भी बैन कर दिया है। इन समूहों/संगठनों में रूस के ख़ुफ़िया संगठन जीआरयू एवं एफएसबी शामिल है।
अब इस प्रतिबंधित से लोगों का किसी भी अमेरिकी संस्था,नागरिक अथवा कंपनी से कोई सम्बन्ध नहीं रहेगा।
इस वजह से बैन लगा Russia पर …
ज्ञात हो की अमेरिका में 2016 में राष्ट्रपति चुनाव के नतीजे कुछ लोगो ने प्रभावित करने की कोशिश की थी। इन्ही सब बातो पर गौर करते हुए अमेरिका ने ये बैन लगाया है।
अमेरिका के वित्त मंत्री स्टीव नूचिन के अनुसार – “यह कार्रवाई रूसी सरकार के अधिकारियों और साइबर अटैक करने वाले गिरोहों की अराजकता पैदा करने वाली गतिविधियों के चलते की गई है।”
स्टीव नूचिन ने कहा कि “जिन लोगों पर प्रतिबंध लगाए गए हैं उनके अमेरिकी आर्थिक तंत्र में घुसपैठ करने की आशंका थी। यह कार्रवाई रूसी नागरिकों की द्वेषपूर्ण ऑनलाइन गतिविधियों को देखते हुए की गई है। इन्हीं गतिविधियों का नतीजा था कि राष्ट्रपति चुनाव में हस्तक्षेप किया गया और महत्वपूर्ण स्थलों के साइबर ढांचे पर हमले की कोशिश की गईं।”
हालाँकि वित्तमंत्रालय ने अभी ये नहीं बताया है की ये प्रतिबंध कितने दिनों के लिए लागू किए गए हैं।
अमेरिका ने लगाया दुष्प्रचार का आरोप
अमेरिका ने रूस द्वारा २०१६ में हुए चुनाव में साइबर अटैक और दुष्प्रचार करने का आरोप लगाया है। जबकि वहीँ रूस ने इन बातो को मानाने से इंकार कर दिया है।