फतेहपुर। पोस्ट मास्टर की तानाशाही व मनमानी से काम करने व bribes करने से आम जनता त्रस्त है। डिघरूआ अमौली तहसील बिंदकी के पोस्ट मास्टर शिव शरण वर्मा अपने राजनीतिक रसूख के चलते ना तो समय पर कार्यालय खोलते वह बंद करते हैं ना ही समय पर लोगों की डाक पहुंचती है। बल्कि पोस्ट ऑफिस को राजनीति का अखाड़ा बना रखा है, जहां एक विशेष विचारधारा के लोगों का जमावड़ा लगा रहता है और कामकाज के लिए आए हुए लोगों को या तो बहाना बना कर टरका दिया जाता है या कई कई घंटे बैठने के बाद भी उनका काम नहीं किया जाता है। कोई पार्सल या डाक के लिए छोटे मोटे कामों के लिए उनकी रिश्वत मांगना आदत है।
- जिसका ग्रामवासियों के विरोध करने पर उनके डाक पार्सल को वापस भेजने की धमकी दी जाती है या उसे नष्ट कर दिया जाता है।
- राजनीतिक पकड़ के चलते बिना किसी भय के ग्रामवासियों को उनके अभद्र व्यवहार व अपशब्दों का सामना करना पड़ता है।
bribes : बुजुर्ग को भी नहीं छोड़ रहा दबंग
अभी ताजा वाकिया बुजुर्ग राजेश अवस्थी पुत्र रामगोपाल का है जिनको ATM कार्ड देने के लिए चक्कर पर चक्कर लगवाए जा रहे हैं। एक दिन घंटों बैठाने के बाद भी ATM कार्ड देने से मना कर दिया और इस बारे में पूछने पर पोस्ट मास्टर गाली गलौज पर उतर आए एवं मारपीट भी की गई। जिसकी शिकायत मुख्य डाक अधीक्षक महोदय फतेहपुर को बुजुर्ग ने 15 मार्च को लिखित प्रार्थना पत्र के माध्यम से दी है। वहीं इस मामले से पूर्व वीरेंद्र कुमार पुत्र गोपाल अपनी एक आरसी लेने गए जिसकी एवज में उनसे पोस्ट मास्टर ने 500 रूपये की रिश्वत की मांग की।
- जिसे न देने पर उन्होंने उसे वापस भेजने की धमकी दी।
- पोस्ट मास्टर कार्यालय में बिना रिश्वत के कोई कार्य न होने एवं अभद्र व्यवहार से कार्य करने के कारण ग्रामवासी अत्यंत परेशान हैं।
- ग्रामवासी पवन अवस्थी, अनिल कुमार, वीरेंद्र कुमार, रमानाथ मिश्र, नीरज, संतोष, अभिलाष, निसार आदि ने बताया पोस्टमास्टर के इस निरंकुश व्यवहार से किसी दिन कोई बड़े झगड़े का कारण विकराल रूप ले सकता है।
- योगीराज में आम जनता से एक सरकारी कर्मचारी के इस प्रकार का व्यवहार चौंकाने वाला है।
- जिसे शासन-प्रशासन का भय नहीं है यह क्षेत्र में चर्चा का विषय है।
रिपोर्ट -डॉक्टर जितेंद्र तिवारी