लखनऊ। एमरेन फाउंडेशन के तत्वावधान में, दक्षपीठ ने अपनी निरंतर कोशिश को आगे बढ़ाते हुए, ‘मिशन शक्ति’-सशक्त नारी आत्मनिर्भर भारत के कार्यक्रम “आरोहणम” की मेजबानी की। एमरेन फाउंडेशन ने अपनी सामाजिक जिम्मेदारी के तहत, यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के “मिशन शक्ति” में अपनी भागीदारी को चिह्नित किया।
रेणुका टण्डन अध्यक्ष एमरन फ़ाउंडेशन ने बताया कि 12 महिलाओं को प्राइमरी यूनीफ़ॉर्म का ऑर्डर पूरा कराकर सफलतापूर्वक वित्तीय सहायता देने के बाद, 200 लड़कियों को आत्मरक्षा प्रशिक्षण प्रदान किया और उनको कानूनी अधिकारों को जानने पर एक कार्यशाला आयोजित करते हुए, अब हमने महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए अपने अभियान के दूसरे चरण की शुरुआत की हैं,स्कूल जाने वाली लड़कियों को 20 साइकिलें उपहार में देने का उद्देश्य उन्हें आत्म-स्वतंत्रता के साथ सशक्त का है।
कौशल प्रशिक्षण केंद्र को 3 सिलाई मशीनें, स्टार्ट-अप के लिए एक सूती बाती बनाने की मशीन और महिला किसानों के लिए एमएसएमई योजना के तहत आवश्यक तेल संयंत्र की तकनीकी जानकारी दी। आज हमने सीमैप के वरिष्ठ वैज्ञानिक के साथ आपका सेशन इसलिए किया है कि आप अरोमा मिशन क़ी योजनाओं का लाभ उठा सके।
ज़मीनी स्तर की महिला उद्यमिता को प्रोत्साहित करना एमरेन फाउंडेशन का उद्देश्य: रेणुका टंडन
रेणुका टंडन ने कहा कि “ज़मीनी स्तर की महिला उद्यमिता को प्रोत्साहित करना और आगे की पढ़ाई के लिए उत्सुक लड़कियों के विकास में मदद करना उनमे आत्मनिर्भरता, आत्मविश्वास के साथ ज़िम्मेदारी का बोध लाने तथा उनके लिए एक उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करना हमारा उद्देश्य और दृष्टि है।
महिलाओं को प्रोत्साहित करने के हमारे प्रयास में यह एक छोटा कदम है। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि डॉ. रीता बहुगुणा जोशी ने कहा कि एमरन फाउंडेशन लगातार महिलाओं के उत्थान की दिशा में कार्य कर रहा है इसी कड़ी के तहत आज 20 स्कूली छात्राओं को साइकिल देकर फाउंडेशन ने उन्हें आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में एक कदम उठाया है यह उत्साह वर्धक पहल है जिससे छात्राओं को स्वावलंबी बनने की दिशा में बल मिलेगा।
उन्होंने कहा कि कि हमारे देश में महिलाओं और लड़कियों को दृढ़ता से लक्ष्य का पीछा करने की आवश्यकता है फिर कोई भी मंजिल मुश्किल नहीं है आज 21वीं सदी में महिला और पुरुष एक समान हो चुके हैं प्रधानमंत्री के आत्मनिर्भर भारत बनने की दिशा में महिलाओं की अग्रणी भूमिका है। उन्होंने लाभार्थियों को साईकिल की चाबियां, सिलाई मशीन और कपास की बाती बनाने की मशीन को संबंधित अभ्यर्थियों को सौंपी।
कार्यक्रम में सीमैप के प्रमुख वैज्ञानिक डॉ. संजय कुमार ने बताया कि अरोमा मिशन के तहत सीमैप औषधीय पौधों की खेती और फूलों द्वारा अगरबत्ती बनाने का प्रशिक्षण महिलाओं को दे रही है। जिससे उनकी आजीविका में लगातार बढ़ोतरी हो रही है।
सामाजिक कार्यकर्ता विनीता वर्मा पूर्व ग्राम प्रधान, टीम एमरेन की वंदना अग्रवाल, अम्बरीष टंडन, प्रशांत सिंह, विवेक यादव, कार्यक्रम की सूत्रधार मल्लिका अस्थाना ने की और शहर के अन्य प्रतिष्ठित हस्तियों इस कार्यक्रम में शामिल हुई। इस कार्यक्रम की मेजबानी सरकार द्वारा निर्धारित कोविड मानदंडों के तहत की गई थी।