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लखीमपुर कांड का मुख्य आरोपी आशीष गिरफ्तार

लखीमपुर खीरी। जनपद के तिकुनिया में पिछले रविवार को हुई हिंसा में आठ लोगों की मौत के मामले में पुलिस की अपराध शाखा ने केन्द्रीय गृह राज्य मंत्री अजय मिश्र टेनी के पुत्र आशीष मिश्र उर्फ मोनू को छह घंटे की लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार कर लिया। आशीष शनिवार सुबह 10:35 बजे क्राइम ब्रांच के अधिकारियों के सामने पेश हुआ था। वह स्कूटी से पुलिस लाइन पहुंचा और पिछले गेट से प्रवेश कर गया। आशीष साथ लाये साक्ष्यों में यह साफ नहीं कर सका कि वह घटना के समय कहां था। साथ लाये वीडियो में तिकुनिया में घटी हिंसक घटना के समय दंगल में होने की पुष्टि नहीं हो सकी है। आशीष की सफाई और साक्ष्यों से अधिकारी संतुष्ट नहीं हुये जिसके बाद उसे आईपीसी की धारा 302 के तहत गिरफ्तार कर लिया गया। उसे पुलिस लाइन से मेडिकल के लिये ले जाया गया है जिसके बाद उसे रिमांड मजिस्ट्रेट के सामने पेश किया जायेगा। सूत्रों के अनुसार आरोपी को जेल भी ले जाया सकता है जहां मजिस्ट्रेट मौजूद रहेंगे। इस बीच जिले में एहतियात के तौर पर पुलिस की चौकसी बढ़ा दी गयी है।

क्राइम ब्रांच ने मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में आरोपी के सामने 40 सवालो की सूची रखी थी। पूछताछ की वीडियो रिकार्डिंग भी की गयी। आरोपी घटना के वीडियो की कई पेन ड्राइव साक्ष्य के तौर पर साथ लेकर आया था जिसमें दर्शाया गया था कि घटना के समय वह वहां मौजूद नहीं था बल्कि वहां से काफी दूरी पर बनवीरपुर गांव में दंगल के कार्यक्रम में व्यस्त था। पूछताछ के दौरान आशीष से एक लिखित बयान उसके वकील की उपस्थिति में लिया गया। आशीष के वकील अवधेश कुमार ने कहा कि उनका मुवक्किल नोटिस का सम्मान करता है और जांच में हर प्रकार से सहयोग देने को तैयार है। पूछताछ के दौरान डीआईजी और एसपी रैंक के अधिकारी मौजूद रहे।

इस बीच शुक्रवार रात लखनऊ पुलिस ने छापा मार कर आशीष के दोस्त अंकित दास के घर से एसयूवी बरामद की जो घटना के दिन वहां मौजूद थी। हालांकि अंकित पुलिस के हाथ नहीं लगा लेकिन पुलिस ने उसके चालक को हिरासत में ले लिया। अंकित दिवंगत बसपा सांसद अखिलेश दास का भतीजा है। इस मामले में पुलिस ने आशीष के खिलाफ आईपीसी की धारा 302, 120बी, 304ए 147,148,149 ,279 और 338 के तहत मामला दर्ज किया है।

अजय मिश्र बोले- सरकार निष्पक्ष जांच करेगी

लखीमपुर में केंद्रीय मंत्री अजय मिश्रा टेनी ने शनिवार को आशीष से पूछताछ के दौरान ही बीजेपी दफ्तर की बालकनी में आकर समर्थकों को शांत कराया। उन्होंने कहा, इस सरकार में निष्पक्ष जांच होगी। ऐसी-वैसी कोई बात होगी तो हम आपके साथ हैं। कार्यालय पर मौजूद समर्थकों ने कहा कि आशीष दंगल में थे।

आशीष ने दंगल में होने का वीडियो और हलफनामा पेश किया

आशीष से क्राइम ब्रांच के दफ्तर में 6 लोगों की टीम ने पूछताछ किया।पूछताछ के दौरान डीआईजी उपेंद्र अग्रवाल और लखीमपुर के एसडीएम भी मौजूद रहे। आशीष से मजिस्ट्रेट के सामने कलमबंद बयान दर्ज किया गया। उनके साथ वकील और मंत्री अजय मिश्रा टेनी के प्रतिनिधि भी अंदर मौजूद थे। आशीष मिश्रा ने अपने पक्ष में कई वीडियो और 10 लोगों के बयान का हलफनामा भी पेश किया, जो बताते हैं कि वो घटना स्थल पर नहीं बल्कि दंगल में थे।

घटना के समय कहां थे इसका सबूत नहीं दे पाए आशीष

लखीमपुर हिंसा मामले के मुख्य आरोपी आशीष 3 अक्टूबर को दिन में 2:36 से 3:30 बजे तक कहां थे, इसका जवाब वो नहीं दे पाए। आशीष से पूछताछ के लिए क्राइम ब्रांच ने करीब 40 सवालों की लिस्ट तैयार कर रखी थी। उनसे सुबह 11 बजे से शाम तक चली मैराथन पूछताछ की वीडियोग्राफी भी कराई गयी है।

पुलिस लाइन छावनी में तब्दील

पुलिस ने आशीष मिश्रा की पेशी को देखते हुए पुलिस लाइन को छावनी में तब्दील कर दिया था। हर रास्ते पर जगह-जगह बैरिकेट्स लगाने के साथ ही चप्पे-चप्पे पर पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया। पुलिस लाइन में सुरक्षा के तगड़े इंतजाम थे।

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