अगर मामला पूरे तरीके से सेट हो गया तो अगले कुछ दिनों में भाजपा और बसपा के एक दर्जन से ज्यादा विधायक समाजवादी पार्टी के झंडे के नीचे आ जाएंगे। ये विधायक पूर्वांचल अवध और पश्चिमी उत्तर प्रदेश से ताल्लुक रखते हैं।
इनमें से कुछ विधायक तो ऐसे भी हैं जो तीन सप्ताह पहले दिल्ली में एक पूर्वांचल के सांसद से भी मुलाकात कर चुके हैं। उसके बाद से सभी विधायकों ने समाजवादी पार्टी के नेताओं से संपर्क करना शुरू कर दिया है।
सूत्रों के मुताबिक भारतीय जनता पार्टी के सात विधायक और बसपा के छह विधायक लगातार समाजवादी पार्टी के संपर्क में हैं। समाजवादी पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री इस बात की पुष्टि करते हैं कि सत्ता पक्ष और बसपा के कई विधायक उनकी पार्टी ज्वाइन करने वाले हैं
एक साथ पांच विधायकों के बसपा छोड़ने पर मायावती नाराज हो गई हैं।
मायावती ने बसपा के कार्यकर्ताओं को ऐसे लोगों की पहचान कर और हम से दूरी बनाने के निर्देश भी दिए हैं। मायावती ने उत्तर प्रदेश में तमाम राजनीतिक पार्टियों के आने को भी बरसाती मेंढक करार दिया। मायावती कहती है कि चुनाव के समय ऐसी कई पार्टियां मैदान में आ जाती हैं जिनका किसी ने नाम तक नहीं सुना होता है।