लखनऊ। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि आज प्रदेश की जनता बदलाव चाहती है। वह भाजपा को हटाने के लिए संकल्पित है। जनता को भरोसा है कि समाजवादी पार्टी ही एकमात्र विकल्प है और जनता की आशा-आकांक्षाएं समाजवादी सरकार बनने पर ही पूरी हो सकेगी। समाजवादी सरकार की पिछली उपलब्धियां गवाह हैं कि समाजवादी जो कहते हैं, वहीं करते हैं और जो करते हैं वहीं कहते है।
समाजवादी पार्टी और भाजपा में बुनियादी फर्क यह है कि समाजवादी नकारात्मक राजनीति नहीं करती है जबकि भाजपा नफरत फैलाती है। समाजवादी प्रगतिशील सोच की पार्टी है जबकि भाजपा के पास विकास का कोई विजन नहीं है। समाजवादी सरकार के समय जो निर्माण कार्य हुए, बुनियादी ढांचे का विस्तार हुआ उसके आगे भाजपा सरकार ने एक ईंट नहीं रखी।
भाजपा सरकार के कार्यकाल में एक यूनिट बिजली का उत्पादन नहीं हुआ। समाजवादी सरकार के समय जो बिजली घर बने, वही खड़े है। भाजपा ने जनता को महंगी बिजली देकर महंगाई से कमर तोड़ने का काम किया है। युवा छात्र-छात्राएं अच्छे से पढ़ाई कर सकें और शिक्षा-रोजगार के क्षेत्र में अपना भविष्य बना सकें इसके लिए लगभग 20 लाख लैपटॉप भी समाजवादी सरकार में बांटे गए थे। भाजपा ने अपने संकल्प पत्र में इसके वादे किए जो हवाई वादे निकले।
भाजपा ने राजनीति को झूठ से अर्थहीन बना दिया हैं और अपनी साजिशों से उसने जनता के बीच विश्वास खो दिया है। महंगाई, बेरोजगारी और भ्रष्टाचार चरम पर है। अन्याय, अत्याचार से लोग त्रस्त हैं। भाजपा के अब गिने-चुने दिन रह गए हैं। सन् 2022 के विधानसभा चुनावों में भाजपा का सफाया होना तय है।