लखनऊ। सामाजिक और धार्मिक समुदायों के बीच परस्पर विश्वास और एकता का अभूतपूर्व संदेश देने के लिए, विभिन्न धर्मा-गुरुओं की अगुवाई में, मंगलवार को, सिटी मोन्टेसरी स्कूल, अशर्फाबाद कैम्पस के मेधावी छात्रों, शिक्षकों व अभिभावकों की ओर से ‘सर्व-धर्म एकता मार्च’ निकाला गया। धर्म-गुरुओं के साथ निकाले गए सी.एम.एस. छात्रों के इस मार्च में सामुदायिक एकता और सामाजिक सौहार्द की पुरजोर अपील की गयी है।
धर्म-गुरुओं और अनुयायीओं के साथ ‘एकता व सद्भाव’ का दीप प्रज्वलित कर मार्च का शुभारम्भ
हिन्दू धर्म से मधु स्मिता दास, इस्लाम धर्म से सूफियान निजामी और मौलाना डा. कल्बे सिब्तेन (नूरी), सिख धर्म से हरपाल सिंह जग्गी और बौद्ध धर्म से भिक्षु ज्ञानलोक ने सी.एम.एस. छात्रों के विशाल मार्च की अगुवाई की। सी.एम.एस. संस्थापक और प्रख्यात शिक्षाविद् डा. जगदीश गाँधी के साथ विभिन्न धर्मावलम्बियों और गणमान्य हस्तियों ने ‘एकता व सद्भाव’ का दीप प्रज्वलित कर मार्च का शुभारम्भ किया।इस अवसर पर हिन्दू धर्मानुयाई मधु स्मिता दास ने कहा कि सी.एम.एस. छात्रों का यह मार्च सम्पूर्ण समाज के लिए अनुकरणीय है। इस्लाम धर्मानुयाई सूफियान निजामी ने कहा कि सी.एम.एस. छात्रों और अभिभावकों ने सामाजिक एकता व सद्भाव की जो आवाज बुलन्द की है।
डा. गाँधी देश के पद्म विभूषण जैसे सर्वोच्च पुरस्कार के हकदार- मौलाना सिब्तेन
इस्लाम धर्म से ही मौलाना डा. कल्बे सिब्तेन (नूरी) ने कहा कि डा. जगदीश गाँधी जी ने बच्चों के सुन्दर भविष्य व समाज के नवनिर्माण में अपना जीवन खपा दिया है, सही मायनों में डा. गाँधी देश के पद्म विभूषण जैसे सर्वोच्च पुरस्कार के हकदार हैं। वहीं सिख धर्मावलम्बी हरपाल सिंह जग्गी ने कहा कि मानवता का धर्म ही शाश्वत सत्य है। बौद्ध धर्मावलम्बी भिक्षु ज्ञानलोक का कहना था कि बिना धार्मिक एकता के सामाजिक एकता व विश्व एकता की कल्पना नहीं की जा सकती। सर्व-धर्म एकता मार्च’ को रवाना करते हुए सी.एम.एस. संस्थापक डा. जगदीश गाँधी ने कहा कि सामाजिक प्रगति और उत्थान के लिए बच्चों को बाल्यावस्था से ही धार्मिक एकता तथा विश्व एकता की शिक्षा देने की आवश्यकता है। सी.एम.एस., अशर्फाबाद कैम्पस की प्रधानाचार्या त्राप्ती द्विवेदी ने ‘एकता व सद्भाव’ की अलख जगाने हेतु सभी का हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित किया।
Report – ANSHUL GAURAV