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राज्यपाल की प्रेरणा से राजभवन में लगा श्रमिक सुविधा शिविर
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श्रमिकों की सहायता के लिए विभिन्न योजनाओं के शिविर लगाए गए
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राज्यपाल ने लाभार्थी श्रमिकों को वितरित किए योजनाओं के लाभ और हर परिवार को एक साड़ी
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अस्वस्थ श्रमिकों को स्वस्थ होने तक चिकित्सा और दवाइयां उपलब्ध कराई जाए – राज्यपाल आनंदीबेन पटेल
राजभवन से राजसत्ता नहीं जनसत्ता संचालित हो रही है – उपमुख्यमंत्री बृजेश पाठक
- Published by- @MrAnshulGaurav
- Sunday, May 01, 2022
लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की प्रेरणा से आज यहां राजभवन में मई दिवस के अवसर पर श्रमिकों के सम्मान में एक भव्य श्रमिक सुविधा शिविर का आयोजन किया गया।
इस अवसर पर भारी संख्या में राजभवन पहुंचे श्रमिकों को सम्बोधित करते हुए राज्यपाल जी ने कहा श्रमिक समाज का अभिन्न अंग हैं। उन्होंने कहा कि श्रमिक मजदूर नहीं कलाकार हैं, कारीगर हैं। श्रमिक जिस हुनर से सज्जा और निर्माण का कार्य करते हैं उसकी शिक्षा उन्हें स्कूलों से नही अपितु पीढ़ी दर पीढ़ी कार्य करते हुए मिलती है।
उन्होंने कहा श्रमिकों के लिए ऐसे शिविर अक्सर लगाने चाहिए, जिससे श्रमिक अपनी निर्धारित पात्रता को पूरा कराकर सरकार की लाभकारी योजनाओं का लाभ प्राप्त कर सकें।
आज आयोजन में लगाए गए स्वास्थ्य शिविर को विशेष रूप से संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि परीक्षण में अस्वस्थ्य पाए गए श्रमिकों को उनके स्वस्थ होने तक निगरानी में रखा जाए तथा उनके लिए चिकित्सा एवं दवा की व्यवस्था की जाए।
राज्यपाल ने समारोह में विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को लाभ वितरण के साथ विशेष रूप से प्रति श्रमिक परिवार एक साड़ी का वितरण किया। उन्होंने मंच से स्वयं 11 श्रमिक महिलाओं को साड़ी प्रदान की। यहां बताते चलें कि राज्यपाल महोदया के विशेष प्रयास से ये साड़ियां गुजरात से प्राप्त की गई हैं, जिन्हें नगर पंचायत मोहनलालगंज के 100, अमेठी के 40, गोइसाईगंज के 45 तथा नगर निगम के 590 श्रमिकों को वितरित किया गया।
इस अवसर पर उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक ने इस शिविर आयोजन को अद्भुत बताते हुए कहा राज्यपाल के नेतृत्व में राजभवन से राजसत्ता नहीं जनसत्ता संचालित हो रही है। श्रम एवं सेवायोजन मंत्री अनिल राजभर ने कहा कि इस शिविर आयोजन में राज्यपाल जी की श्रमिकों के प्रति सम्मान की सोच निहित है।
जिलाधिकारी लखनऊ अभिषेक प्रकाश ने शिविर के सम्पूर्ण आयोजन में उपलब्ध कराई गई व्यवस्थाओं और श्रमिकों के लिए सुविधाओं की जानकारी दी। निदेशक एस.जी.पी.जी.आई. प्रो. डा. आर.के.धीमान ने महिलाओं को स्तन कैंसर के बारे में जागरूक किया।