Breaking News

एमडीए के दौरान कोई भी लाभार्थी दवा से वंचित न हो ताकि सुरक्षित दवा स्वास्थ्य का भरोसा बना रहे

  • उत्तर प्रदेश में 12 मई से 19 जनपदों में शुरू होगा मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए/आईडीए) कार्यक्रम

  • खिलाई जायेंगी लगभग पौने पांच करोड़ लाभार्थियों को फ़ाइलेरिया रोधी दवाएं

  • Published by- @MrAnshulGaurav
  • Wednesday, May 11, 2022

सुल्तानपुर। उत्तर प्रदेश के 19 जनपदों में 12 मई, 2022 से मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए /आईडीए) कार्यक्रम शुरू किया जा रहा है । इस कार्यक्रम का राज्य स्तरीय उदघाटन, उप मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार बृजेश पाठक द्वारा वर्चुअल रूप से किया जायेगा।

एमडीए के दौरान कोई भी लाभार्थी दवा से वंचित न हो ताकि सुरक्षित दवा स्वास्थ्य का भरोसा बना रहे

इसी सम्बन्ध में, फाइलेरिया रोग के उन्मूलन हेतु उत्तर प्रदेश में कोविड-19 के दिशा-निर्देशों का अनुपालन करते हुए समुदाय को फाइलेरिया या हाथीपांव रोग से बचाने के लिए शुरू किये जा रहे मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एमडीए /आईडीए ) कार्यक्रम के सम्बन्ध में मीडिया की सक्रिय एवं महत्वपूर्ण भूमिका पर चर्चा करने हेतु चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, उत्तर प्रदेश एवं अन्य सहयोगी संस्थाओं यथा- बिल एंड मिलिंडा गेट्स फाउंडेशन, विश्व स्वास्थ्य संगठन, प्रोजेक्ट कंसर्न इंटरनेशनल, पाथ , सीफार और ग्लोबल हेल्थ स्ट्रेटजीज के साथ समन्वय स्थापित करते हुए, मीडिया सहयोगियों के साथ मीडिया कार्यशाला का आयोजन किया गया।

इस अवसर पर उपस्थित मीडिया सहयोगियों ने भी फ़ाइलेरिया रोधी दवाओं का सेवन किया। इस कार्यशाला में प्रदेश के मीडिया सहयोगियों की उपस्थिति के साथ ही उन जनपदों के स्वास्थ्य अधिकारी और अन्य विभागीय अधिकारियों ने भी वर्चुअल रूप से प्रतिभाग किया, जहाँ कार्यक्रम प्रारंभ हो रहा है।

इस अवसर पर, डॉ. विन्दु प्रकाश सिंह, संयुक्त निदेशक फ़ाइलेरिया एवं राज्य कार्यक्रम अधिकारी, फ़ाइलेरिया , चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, उत्तर प्रदेश शासन ने प्रतिभागियों को संबोधित करते हुए कहा कि प्रदेश सरकार वेक्टर बोर्न डिज़ीजेज़ जैसे फाइलेरिया, कालाजार रोग आदि के उन्मूलन के लिए अत्यंत संवेदनशील है और इसी प्रतिबद्धता के फलस्वरूप, उत्तर प्रदेश सरकार ने राष्ट्रीय फाइलेरिया उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत, प्रदेश के 19 जनपदों यथा- गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर, महाराजगंज, गाजीपुर, बहराइच, श्रावस्ती, गोंडा, औरैया, इटावा, फर्रुखाबाद, कन्नौज, बलरामपुर, बस्ती, सिद्धार्थनगर, संतकबीर नगर, सुल्तानपुर, रायबरेली और कौशाम्बी में दिनांक 12 मई 2022 से 27 मई 2022 तक मास ड्रग एडमिनिस्ट्रेशन (एम.डी.ए./आई.डी.ए.) कार्यक्रम कराया जाना सुनिश्चित किया गया है। 2 वर्ष से कम उम्र के बच्चों, गर्भवती महिलाओं और अति गंभीर रूप से बीमार व्यक्तियों को ये दवाएं नहीं खिलाई जाएगी। इस दवा का सेवन खाली पेट नहीं करना है ।

सीफार की प्रतिनिधि रंजना द्विवेदी ने कहा कि इस बीमारी के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए मीडिया की भूमिका बहुत सशक्त है क्योंकि समुदाय में प्रचार-प्रसार के माध्यम से जागरूकता अत्यंत शीघ्रता से फैलती है। उन्होंने कहा कि उपरोक्त 19 जनपदों में स्थानीय मीडिया से भी समन्वय बनाकर कार्य किया जा रहा है ताकि मीडिया के माध्यम से कार्यक्रम के संबंध में लोगों तक उचित और महत्त्वपूर्ण जानकारियां पहुँच सकें, इसके साथ ही उन्होंने कार्यशाला में उपस्थित और ऑफलाइन जुड़े मीडिया सहयोगियों से अनुरोध किया कि जिलों से फाइलेरिया बीमारी से संक्रमित मरीजों की मानवीय दृष्टिकोण को दर्शाती हुई कहानियां प्रकाशित करें।

मीडिया सहयोगियों से संवाद के दौरान कई प्रश्नों के उत्तर में वरिष्ठ पत्रकार शरत प्रधान ने कहा कि, फ़ाइलेरिया के लक्षण शुरुआत में नहीं नज़र आतें हैं इसीलिए, मीडिया द्वारा, समाज के हर वर्ग तक इस बीमारी से जुड़े मुख्य सन्देश और महत्वपूर्ण जानकारियां अवश्य पहुंचाएं क्योंकि, आपके माध्यम से समुदाय में जानकारियां बहुत आसानी से पहुँच जाती हैं। फाइलेरिया का पूर्ण रूप से उन्मूलन हो और आने वाली पीढ़ी को एक स्वस्थ भविष्य मिल सके।

अंत में, ग्लोबल हेल्थ स्ट्रेटजीज के अनुज घोष ने ने कहा कि मीडिया की भूमिका , सरकार द्वारा चलाये जा रहे, समस्त कार्यक्रम के सफल किर्यन्वयन के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है । उन्होंने, मीडिया सहयोगियों से अनुरोध किया कि वे कल से प्रारंभ होने वाले एमडीए अभियान के दौरान, समाचारों और मीडिया कवरेज के माध्यम से लोगों को लिम्फैटिक फाइलेरियासिस (हांथीपांव, हाइड्रोसील आदि) से बचाव के लिए दवा खाने के लिए जागरूक करें ।

रिपोर्ट-शिव प्रताप सिंह सेंगर

About reporter

Check Also

मस्जिद के अंदर सर्वे.. बाहर जुटने लगी थी भीड़, चंद पलों में चारों तरफ से बरसे पत्थर

संभल जिले में जामा मस्जिद के दोबारा सर्वे के दौरान रविवार को बड़ा बवाल खड़ा ...