रेल मंत्रालय Railway Ministry ने ट्रेनों के लेटलतीफी को ध्यान में रखते हुए एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम उठाया है। रेल मंत्रालय के मुताबिक अभी निकट भविष्य में कोई नई ट्रेन नहीं चलायी जाएगी। साथ ही इस दिशा में मंत्रालय ने और भी कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए हैं।
Railway Ministry : हर डिवीजन में एक परियोजना प्रकोष्ठ की स्थापना
ट्रेनों की लेटलतीफी खत्म करने के लिए रेल मंत्रालय Railway Ministry ने फैसला लिया है कि निकट भविष्य में कोई नई ट्रेन नहीं चलाई जाएगी। इसके अलावा डिवीजनों को ज्यादा अधिकार देने और आत्मनिर्भर बनाने का निर्णय लिया गया है। इसके लिए हर डिवीजन में एक परियोजना प्रकोष्ठ की स्थापना की जाएगी तथा मंडल प्रबंधकों को हर बात के लिए जोनल महाप्रबंधकों के चक्कर लगाने की जरूरत से काफी हद तक आजाद किया जाएगा।
इस संबंध में शनिवार को उत्तर रेलवे, उत्तर-मध्य रेलवे, उत्तर-पूर्व रेलवे तथा पूर्व-मध्य रेलवे के महाप्रबंधकों के साथ बैठक में रेल मंत्री पीयूष गोयल ने इस फैसले को तत्काल अमल में लाने की बात कही।
उत्तर व पूर्वोत्तर की ट्रेनों की लेटलतीफी कुछ महत्वपूर्ण फैसले लिए गए :-
- रेलवे लाइनों, सिग्नल प्रणाली आदि की मरम्मत के लिए पूर्व योजना बनाकर ब्लॉक लिए जाएंगे।
- ब्लॉक के दौरान ट्रेन संचालन बंद रखने की जानकारी प्रचार माध्यमों के जरिये जनता को दी जाएगी।
- प्रत्येक ब्लॉक पांच घंटे का होगा, जिसमें मरम्मत के सारे कार्य पूरे किए जाएंगे।
- ब्लॉक के कारण ट्रेन के रास्ते में देर तक रुकने की स्थिति में यात्रियों को मुफ्त भोजन-पानी दिया जाएगा।
- ट्रेनों का स्टॉपेज समय कम किया जाएगा तथा ट्रेनों की समय सारणी में संशोधन होगा।
- ट्रेनों में पानी भरने के लिए स्टेशनों में पंपिंग मशीनों की क्षमता बढ़ाई जाएगी।
- सभी मेल/एक्सप्रेस ट्रेनों में पीओएस मशीनें उपलब्ध कराई जाएंगी।
- सितंबर, 2018 तक देश के सभी रेलवे स्टेशनों पर महिलाओं और पुरुषों के लिए अलग-अलग अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त शौचालय बनाने का लक्ष्य।
- ट्रेनों के लिए अतिरिक्त रेक का इंतजाम होगा।
- सही ट्रेन रनिंग स्टेटस के लिए सभी रेल इंजनों में जीपीएस लगेगा।
- इलाहाबाद-मुगलसराय के बीच तीसरी लाइन को मंजूरी।
- रेल लाइनें बिछाने के लिए नई ट्रैक लेइंग मशीनें खरीदी जाएंगी।
- दिल्ली-हावड़ा मार्ग के ट्रैक पर जानवरों को आने से रोकने के लिए दोनों तरफ दीवार बनेगी।