कानपुर। केंद्र सरकार ने उत्तर भारत के लिए सबसे बड़ा Pollution control center (प्रदूषण नियंत्रण केंद्र) आईआईटी कानपुर में बनने की रह में पहल की है। यहां रिसर्च के साथ-साथ प्रदूषण फैलाने वाले तत्वों व अन्य कई चीजों जांच की जाएगी। साथ ही इसी केंद्र पर सरकारी एजेंसियों की तरफ से आने वाले प्रदूषण के सैंपल की भी जांच होगी।
Pollution control center : स्वच्छ भारत मिशन के तहत यह पहल
स्वच्छ भारत मिशन के तहत यह पहल करते हुए इस केंद्र में पानी, हवा और मिट्टी की जांच होगी और साथ ही रिसर्च भी किया जायेगा।
- आईआईटी में होने वाली जांचों की गुणवत्ता अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मान्य होगी।
- आईआईटी कानपुर के निदेशक प्रोफेसर अभय करिंदकर का कहना है कि प्रदूषण नियंत्रण केंद्र छात्रों के शिक्षा के स्तर को भी मजबूती देगा।
- अब तक आईआईटी में गंगा प्रदूषण पर जो भी काम हुए हैं, उन पर अमल के लिए योजना भी बनाई जाएगी। उत्तर प्रदेश सरकार से भी इस केंद्र के बारे में वार्ता हो चुकी है।
बता दें की इसका मुख्य फोकस गंगा पर ध्यान में रखकर किया जा रहा है, जहाँ देश भर में गंगा पर होने वाले रिसर्च को इसी केंद्र से संचालित किया जाएगा। फिलहाल गंगा के प्रदूषण को लेकर अलग-अलग शोध हो रहे हैं। इनका कोई सही नतीजा सामने नहीं आ पा रहा है।