लखनऊ। राष्ट्रीय लोकदल के प्रदेश अध्यक्ष रामाशीष राय ने कहा कि सरकार की अनदेखी और अक्षमता के फलस्वरूप लम्पी नामक बीमारी ने महामारी का रूप ले लिया है और सभी गौशालाओं में सैकड़ों गाय तो तड़प तड़प कर मर ही रही हैं। जिन किसानों ने गाय पाल रखी है, वहां भी लम्पी महामारी पैर पसार चुकी है और किसान असहाय खड़ा है। क्योंकि सरकार की तरफ से किसी भी पशु चिकित्सालय में किसी भी प्रकार की कोई व्यवस्था नहीं है। उन्होंने कहा कि आश्चर्य इस बात का है कि अब तक सरकार ने न ही टीकाकरण और न ही इस महामारी से सम्बन्धित किसी प्रकार की औषधीय व्यवस्था की है।
श्री राय ने कहा कि पहले भी चारे इत्यादि के अभाव में विभिन्न गौशालाओं में गोवंशों को अकाल मृत्यु का सामना करना पड़ा है, फिर भी सरकार के कान में जूं नहीं रेगी। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार कोरोना काल में सरकार अपने अस्पतालों में व्यवस्था का झूठा प्रचार करती रही और हजारों लोग काल के गाल में समाते रहे। आज उसी प्रकार गोशालाओं का हाल है, जहां पर सैकड़ों गोवंश लम्पी महामारी के फलस्वरूप मुंह में छाले और शरीर पर लाल लाल चकत्ते तथा विचित्र प्रकार की गांठों से पीडित हैं।
इन गांठों से प्रचुर मात्रा में मवाद निकल रहा है और गायें तड़प रही हैं। ऐसी स्थिति में भी गौशाला प्रबन्धक हाथ पर हाथ धरे बेठे है क्योंकि सरकार की तरफ से इस महामारी से निपटने के लिए न हीं कोई व्यवस्था और न ही किसी प्रकार का बजट उनको प्राप्त हुआ है। रालोद प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा को गौमाता की याद तो सिर्फ चुनाव के समय ही आती है, क्योंकि चुनावी बैतरणी गौमाता और मन्दिर के नाम पर ही पार करते हैं। उन्होंने मांग की कि सरकार अविलम्ब इस महामारी का संज्ञान ले और पूरे देश में युद्धस्तर पर टीकाकरण कराये जिससे लम्पी महामारी से गौमाता को बचाया जा सके।