मुहांसे होने के कई कारण हो सकते हैं. किसी को टीनएज में यह समस्या होती है तो किसी को हार्मोनल चेंजेज के कारण पिंपल्स का सामना करना पड़ता है. मुंहासों का संबंध शरीर की अंदरूनी समस्याओं से होता है इसलिए इससे छुटकारा पाने के लिए इंटरनल और एक्सटर्नल दोनों तरीकों से इलाज करना जरूरी है.
जैसा कि सब जानते हैं कि ग्रीन टी में अधिक मात्रा में एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो मुहांसों को कम करने में मदद कर सकते हैं. ये शरीर में मौजूद बैक्टीरिया और इंफेक्शन से लड़ने का काम करती है.
एलोवेरा जैल को नियमित रूप से फेस पर लगाने से स्किन को पोषित किया जा सकता है. ये स्किन की नमी को बरकरार रखने का काम करता है. मुहांसों को ठीक करने में हनी और सिनेमन भी काफी मददगार साबित होते हैं.
हनी और सिनेमन में एंटी-इंफ्लेमेटरी और एंटी-बैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती हैं जो मुहांसों को कम कर सकती हैं. इसे मास्क और मेडिसिन दोनों के रूप में प्रयोग किया जा सकता है.