आज के समय में लोग वजन कम करने के लिए कई तरीके अपनाते हैं. कुछ लोग डाइटिंग करने लगते है तो कुछ लोग वजन कम करने के लिए कठिन वर्कआउट करते हैं.
कीटो डाइट में सीफूड जरूर शामिल करना चाहिए. सीफूड में विटामिन, पोटेशियम और सेलेनियम जैसे तत्व मौजूद होते हैं. इसके अलावा सीफूड में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा न के बराबर होती है.
कीटो डाइट कम कार्बोहाइड्रेट वाली डाइट के तौर पर जानी जाती है. इस डाइट की मदद से शरीर एनर्जी के उत्पादन के लिए लिवर में कीटोन पैदा करता है. कीटो डाइट प्लान को कीटोजेनिक डाइट, लो कार्ब डाइट, फैट डाइट जैसे नामों से भी जाना जाता है.
आम तौर पर जब लोग ज्यादा कार्बोहाइड्रेट का खाना खाते हैं तो उनका शरीर ग्लूकोज और इंसुलिन का उत्पादन करता है और क्योंकि शरीर ग्लूकोज को प्राथमिक ऊर्जा के रूप में इस्तेमाल करता है तो इसलिए खाने में मौजूद फैट को शरीर संग्रहित कर लेता है.