फुटबॉल लीजेंड पेले का 82 वर्ष की आयु में निधन हो गया। वह कैंसर से जूझ रहे थे और ब्राजील के अस्पताल में भर्ती थे। सर्वकालिक महान फुटबॉलरों में से एक ब्राजील के दिग्गज पेले के निधन की खबर की पुष्टि उनकी बेटी ने गुरुवार देर रात इंस्टाग्राम पर की।
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पूर्व फुटबॉलर की कीमोथेरेपी उपचार के बावजूद कैंसर से नहीं लड़ पाए। कोलन कैंसर से उनकी मृत्यु हुई। उन्हें इस महीने की शुरुआत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बाद में पता चला कि उन्हें श्वसन संक्रमण है। पेले पिछले साल सितंबर से ही नियमित रूप से अस्पताल में इलाज करवा रहे थे।
पेले को खेल के इतिहास में सबसे महान फॉरवर्ड में से एक के रूप में माना जाता है, ब्राजीलियाई दिग्गज ने 16 साल की उम्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर पर डेब्यू किया और 92 मैचों में 77 गोल करके टीम के लिए सर्वकालिक अग्रणी गोलस्कोरर के रूप में अपना करियर समाप्त किया। पेले तीन बार – 1958, 1962 और 1970 में फीफा विश्व कप जीतने वाले एकमात्र खिलाड़ी हैं। उन्होंने अपने देश के लिए 1958, 1962, 1966, 1970 में चार विश्व कप खेले और तीन में जीत दिलाई। पेले ने अपने खेल करियर (1956-1974) के एक बड़े हिस्से में ब्राजीलियाई क्लब सैंटोस का प्रतिनिधित्व किया। जहां 659 मैचों में उन्होंने 643 गोल किए। अपने फुटबॉल करियर के अंतिम दो वर्षों में पेले ने संयुक्त राज्य अमेरिका में न्यूयॉर्क कॉसमॉस के लिए खेला।
1994 में पेले को यूनेस्को सद्भावना राजदूत नियुक्त किया गया था। 1995 में ब्राजील के राष्ट्रपति फर्नांडो हेनरिक कार्डसो ने पेले को खेल मंत्री के पद पर नियुक्त किया। वे लगभग साढ़े तीन साल तक इस पद पर रहे। हाल ही फीफा वर्ल्ड कप जीतने पर पेले ने अर्जेंटीना के लियोनेल मेसी को बधाई दी थी। साथ ही उन्होंने फ्रांस के किलियन एम्बापे को भी फाइनल में हैट्रिक बनाने के लिए बधाई दी।