लखनऊ विश्वविद्यालय विधि संकाय की प्रतिष्ठित संस्था विधिक सहायता केंद्र व जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के संयुक्त तत्वाधान में आज बीकेटी तहसील के गोहना कला ग्राम में विधिक सहायता एवं साक्षरता शिविर का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का संचालन तहसीलदार राजेश विश्वकर्मा ने किया। इस शिविर में अपर जिला जज प्रेम प्रकाश मुख्य अतिथि के रुप में उपस्थित रहे इस दौरान उन्होंने सामाजिक, आर्थिक एवं राजनीतिक न्याय की बात की एवं वरिष्ठ नागरिकों को उचित सम्मान देने पर बल दिया। इस मौके पर सरकार द्वारा मुहैया कराई जाने वाली योजनाओं के बारे में ग्रामीणों को जानकारी दी गई।
खंड शिक्षा अधिकारी बीकेटी प्रीति शुक्ला द्वारा निपुण भारत योजना के अंतर्गत चलाए गए योजनाओं के बारे में जानकारी दी गई एवं अभिभावकों को अपने बच्चों को विद्यालय भेजने के विषय में जागरूक किया गया। शिविर में आगे बढ़ते हुए प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र बीकेटी से आए डॉ शब्बीर अली ने ग्रामीणों को ठंड से बचाव के बारे में जानकारी एवं बच्चों के टीकाकरण को लेकर उपस्थित ग्रामीणों को जागरूक किया उन्होंने ग्रामीणों से हर महीने 9 तारीख को होने वाले टीकाकरण में भाग लेकर बच्चों का टीकाकरण कराने का आग्रह किया।
वन स्टॉप सेंटर से सोनल श्रीवास्तव ने वन स्टॉप सेंटर द्वारा उपलब्ध कराए जाने वाले विभिन्न सुविधाओं के बारे में जैसे कि अल्पावास गृह, काउंसलर, प्रशिक्षित नर्स, महिला पुलिस रिर्पोटिंग सेंटर आदि के बारे में जानकारी दिया एवं महिला सुरक्षा से जुड़े समाधान के लिए टोल फ्री नंबर 181 पर सूचना देने को कहा। लखनऊ विश्वविद्यालय के विधि संकाय के अधिष्ठाता प्रोफेसर बंशीधर सिंह ने अपने संबोधन में सुलह समझौता के जरिए विवादों के निपटारे पर जोर दिया।
हॉकी वर्ल्ड कप 2023 में भारत की ये टीम, 48 साल बाद हरमनप्रीत सिंह की टीम दिखाएगी दम
विधि संकाय के ही प्रोफेसर अनुराग श्रीवास्तव ने अपने संबोधन में ऐसे लोगों से बचने की सलाह दी जो गांव समाज में लोगों को अन्यत्र मुकदमे के लिए उकसाते है। प्रोफेसर अभिषेक तिवारी जी ने बालिकाओं के अधिकार के बारे में बताते हुए कन्या भ्रूण हत्या जैसे अभिशाप को रोकने का आग्रह किया। विधिक सेवा केंद्र के चेयरपर्सन आलोक कुमार यादव ने वरिष्ठ नागरिकों के अधिकार के बारे में चर्चा करते हुए परिवार एवं समाज में उन्हें उचित सम्मान दिलाने की बात कही।
विधिक सहायता केंद्र के संयोजक मनीष तिवारी ने विधिक सहायता केंद्र द्वारा दी जाने वाले योजनाओं के बारे में ग्रामीणों को जागरूक किया एवं उन्हें किसी भी वक्त यथासंभव विधिक सहायता का आश्वासन दिया। अंत में विधिक सहायता केंद्र के सदस्यों द्वारा सरकारी योजना एवं मुकदमों के बारे में सर्वे किया गया। इस दौरान प्रोफेसर चंद्रसेन, प्रोफेसर राजीव राठी, प्रोफेसर अर्चना, प्रोफेसर हरीश चंद्र राम प्रोफेसर राजकुमार एवं नायब तहसीलदार कीरत सेन उपस्थित रहे। शिविर में उपस्थित सभी अतिथियों का ग्राम प्रधान रितु सिंह ने स्वागत किया।
शिविर में सैकड़ों ग्रामीणों ने अपनी उपस्थित दर्ज कराई। विधिक सहायता केंद्र के सदस्य कृतिका, रोशनी, सौरभ, आशुतोष, नवदीप, यशवर्धन, रिचा, आशीष, शिवाक्षी, रूद्र प्रताप श्वेता, अंशिका, अमन, इरा, शिवांगी, अंजसी, सुयश, कोमल, गरिमा, नीलांश, रिया, दानिश व तेजस्वी शिविर के दौरान उपस्थित रहे।