झारखंड के हजारीबाग में अजब-गजब मामला सामने आया है। 4 फरवरी को पहचान में न आने वाला अज्ञात शव मिलने के बाद परिजनों ने जिसे मृत मानकर क्रिया कर्म किया, वो श्राद्ध के दिन घर वापस लौट आया।
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दरअसल, हजारीबाग के चहरी थाना क्षेत्र के श्याम पट्टी गांव के रहने वाले 45 वर्षीय बद्री करमाली 1 फरवरी को घर से लापता हो गए। 1 फरवरी को रात 8 बजे उसने परिजनों से फोन पर बात की थी, जिसके बाद उसका फोन दोबारा नहीं लगा। पुलिस छानबीन और परिजनों की कोशिशों के बावजूद कुछ भी पता नहीं चल सका।
4 फरवरी को सीसीएल एरिया के जंगल से एक शव बरामद हुआ। शव क्षत विक्षत अवस्था में था इसलिए उसकी स्पष्ट पहचान नहीं हो सकी लेकिन परिजनों ने हत्या होने की आशंका के चलते लाश की पहचान बद्री करमाली के तौर पर कर ली। जिसके बाद परिजनों ने क्रिया-कर्म भी कर दिया। शनिवार को बद्री का श्राद्ध मनाया जा रहा था, उसी दौरान वो घर पर पहुंच गया। घटना से सभी हैरान और चकित हैं। वहीं बद्री के परिजनों के चहरे पर खुशी की लहर दौड़ पड़ी।
बद्री करमाली के परिजनों का कहना है बद्री का मानसिक हालत पहले जैसी नहीं लग रही है। वह कुछ भी साफ-साफ बता नहीं पा रहा है। अंदर से काफी डरा हुआ भी है। इतने दिनों तक कहां रहा और उसके साथ क्या हुआ इसकी जानकारी भी नहीं दे पा रहा है। पुलिस ने जो शव परिजनों को सौंपा था वो किसका था, ये पुलिस के सामने बड़ा सवाल है। पूरे मामले पर चहरी थाना की पुलिस को जबाव देते नहीं बन रहा है।
घटना शनिवार की है। 45 वर्षीय व्यक्ति का फोटो रखकर श्राद्ध कर्म किया जा रहा था। घर पर मेहमान समेत गांव के भी लोग मौजूद थे। इतने में दूर से कोई आदमी आता दिखा लेकिन नजदीक पहुंचने पर पता चला कि ये वही आदमी है जिसका श्राद्ध मनाया जा रहा है। बीते कई दिनों से घर से गायब रहने के चलते उसके कपड़े बहुत गंदे थे। आदमी को घर की तरफ आता देख वहां मौजूद लोग भूत-भूत चिल्लाकर भागने लगे। घंटो बाद जब शोरगुल शांत हुआ तब आदमी ने पूरी घटना बताई।