रायबरेली। ऊंचाहार कोतवाली क्षेत्र के अन्तर्गत सलोन मार्ग पर से सटा हुआ NTPC एनटीपीसी प्लांट है।जिस प्लांट के अन्तर्गत 500 मेगावाट की निर्माणाधीन यूनिट नंबर 6 मे ट्रांसफार्मर मे लगने वाले उपकरण चोरी होने पर विभाग मे हडकंप मच गया है जिसको लेकर एनटीपीसी के सुरक्षा व्यवस्था को लेकर सवाल खडा हो गया है वहीं उपकरण के चोरी होने के मामले मे एजीएम के द्वारा लिखित तहरीर कोतवाली मे शुक्रवार के दिन दोपहर के बाद दिया गया है।जिसमे 40 लाख से अधिक सामग्री चोरी होने का जिक्र किया गया है।
NTPC प्लांट परिसर में
कोतवाली क्षेत्र के अन्तर्गत NTPC एनटीपीसी प्लांट परिसर मे 500 मेगावाट विद्युत उत्पादन करने वाली यूनिट 6 का निर्माण के साथ साथ उसमे विद्युत संबंधित उपकरण लगाये जा रहे है।जिसके तहत ही उपकरण बाहर से भारी मात्रा मेट्रांसफार्मर का मंगवाया गया है जिसकी कीमत हलाकि करोडों मे है।
प्लांट के इसी यूनिट के चौथे फ्लोर मे ट्रांसफार्मर के बेशकीमती सामग्री लगायी जा रही है।जिसके तहत यहां पर भारी मात्रा मे प्लांट परिसर से सामग्री गायब होने पर विभाग के अधिकारियों मे हडकंप मच गया हलाकि सूत्रों की माने तो चोरी गया सामग्री एनटीपीसी का है न कि किसी कार्यरत कंपनी का है जिसमे यूनिट नंबर 6 के ट्रांसफार्मर एरिया के इंचार्ज व एजीएम एनीपीसी दीपक कुमार ने शुक्रवार के दिन कोतवाली पहुंचकर अज्ञात चोरों के खिलाफ लिखित तहरीर दिया है।दिये गये तहरीर मे 40 लाख से अधिक सामग्री चोरी होने का जिक्र किया गया है।इतनी बडी चोरी को हलाकि पहले विभाग दबाना चाहती थी लेकिन चोरी बडी होने पर विभाग के अधिनस्थ अधिकारी भी कोई रिस्क नही लेना चाहते है।उधर एनटीपीसी जांच करने पहुंचे सीओ विनीत सिंह ने बताया कि जांच किया जा रहा है जांचोपरांत अग्रिम कार्यवाही किया जाएगा।
पहले भी हो चुकी है चोरी
यूनिट नंबर 6 मे कार्यरत कंपनी का 8 से 10 लाख रूपये की सामग्री चोरी अभी विगत एक माह पहले हो चुकी है जिसका मामला भी पुलिस के जांच मे ही तब्दील है।
हादसे के नाम से जानी जाती है यूनिट
यूनिट नंबर 6 मे आग लगने से बीते 1नवंबर को 45 की मौत भारी संख्या मे घायल होने के मामले की जांच के नाम पर अभी भी विचाराधीन है।जबकि इसी यूनिट मे बीते 19 सिंतबर व 23 अक्टूबर को आग लगने के बाद चर्चा मे आई है।जिसको लेकर ये हादसे की यूनिट नंबर 6 जाने जानी लगी है।
सुरक्षा के लिये बिन्दु
एनटीपीसी प्लांट मे सुरक्षा को लेकर यदि जिक्र किया जाए तो यहां पर सीआईएसएफ के टीम के वगैर न तो यहां पर कोई आ सकता है न ही कोई जा सकता है यहां तक की एक एक आने जाने पर उनके साथ साथ शीशी कैमरा तक की नजर है जिसके बाहर पुलिस तक की मौजूदगी रहता है।
आखिर कौन है शातिर
यूनिट नंबर 6 मे इतने बडे चोरी को अंजाम कोई अकेला आदमी और एक दिन मे नही दिया जा सकता था जिसको लेकर सवाल खडा हो रहा है कि सामग्री की देखरेख क्या रामभरोसे था यदि वहां पर लोग मौजूद थे तो पहले क्यो नही दिया गया पुलिस को सूचना क्या एनटीपीसी के अधिनस्थ अधिकारी व कर्मचारी की संलिप्तता है यदि है तो कौन है क्या विभाग जानबूझकर अंजान बनना चाहती है क्या उसके नाम पर बीमा है यदि बीमा है तो उसके चोरी दिखा लाभ लेना चाहते है शातिर हलाकि ऐसे कई बिन्दु के बाद मामला प्रकाश मे आयेगा।
सीओ बोले
सीओ विनीत सिंह ने बताया कि प्रकरण की जांच किया जा रहा है मामला बडा है जिसकी विभागीय जांच करने के बाद ही विधिक कार्यवाही किया जाएगा।